मनोज यादव, कोरबा. नवविवाहिता महिला ने कीटनाशक दवा खाकर खुदकुशी कर लिया है, लेकिन मृतिका जाते जाते सुसाइड नोट भी छोड़ गई. जिसमें पति और ससुर पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. इस मामले का बयान कार्यपालिक दंडाधिकारी ने दर्ज किया है.
बालको थाना क्षेत्र के करूमौहा में 23 वर्षीय हेमलता रात्रे ने जान देने कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया. घटना की सूचना पर परिजन उसे तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन हेमलता ने इलाज के दौरान दमतोड़ दिया. इस घटना में चौकाने वाले तथ्य तब सामने आया जब मृतिका को जिला अस्पताल में भर्ती कराए 48 घण्टे से भी अधिक हो चुके थे. उसकी हालत बिगड़ती देख निजी अस्पताल लेकर गए इलाज के दौरान उसके सिने में एक सुसाईट नोट मिला. जिसमें उसके पति और ससुर पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था.
मृतिका के मायके पक्ष के लोगों ने आरोप लगाया कि हेमलता की मौत का कारण उसके ससुराल वाले है उसके पति रमेश रात्रे और ससुर संत राम रात्रे शादी के कुछ माह बाद से ही बाइक की मांग करने लगे थे और उससे मारपीठ करते थे. मृतिका हेमलता ने अपने परिजनों को ये भी बताया था कि रमेश रात्रे का किसी और युवती से सम्बंध था उसने मोबाइल से बात करते देखा था और युवक के पर्स युवती की फ़ोटो भी मिला था. रमेश रात्रे को हेमलता ने समझाया भी था, लेकिन उसके बाद भी वो बाज नहीं आ रहा था.
मामला नवविवाहिता से जुड़े होने के कारण कार्यपालिक दंडाधिकारी को सूचना दी गई. उन्होंने पीड़ित पक्ष का बयान दर्ज कर लिया है. करुणा आहेर ने बताया कि मृतिका हेमलता की मौत जहर सेवन से हुई है. परिजनों ने पति और ससुर पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. मामले की जांच की जा रही है.
जिला अस्पताल की लापरवाही आई फिर से सामने
इस मामले में जिला अस्पताल की लापरवाही भी सामने आई है घटना को घटे 48 घण्टे बीत चुके थे, लेकिन उसके बाद भी जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा मेमो जिला अस्पताल चौकी को नहीं दी गई. जब पीड़िता को इलाज के लिए निजी अस्पताल लेकर गए और उसकी मौत हुई तो उसे मेमो मिला. अगर जिला अस्पताल प्रबंधन लापरवाही नहीं करता समय पर मेमो जिला अस्पताल चौकी को मिल जाता, तो मृतिका का पहले बयान कार्यपालिक दंडाधिकारी द्वारा लिया जा सकता था. इस मामले का संज्ञान में आने के बाद कार्यपालिक दंडाधिकारी ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी करने की बात कहीं है.