Nawada Cyber Crime: बिहार के नवादा में साइबर थाने की पुलिस ने तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार ठग लोगों से वर्क फ्रॉम होम और सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने का काम करते थे. पुलिस ने इन्हें वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दरियापुर गांव से छापेमारी कर गिरफ्तार किया है. इनके पास से 10 मोबाइल, 3 एटीएम, एक लैपटॉप और एक बाइक बरामद की गई है. एसपी कार्यालय ने इसकी जानकारी दी है.

प्रतिबिंब पोर्टल पर मिल रही थी शिकायत

गिरफ्तार किए गए जालसाजों की पहचान दरियापुर गांव निवासी अप्पू कुमार, रंजन कुमार और रोह थाना क्षेत्र के कुंज गांव निवासी कौशल कुमार के रूप में हुई है. तीनों के खिलाफ साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. पुलिस द्वारा बताया गया कि प्रतिबिंब पोर्टल पर लोगों से ठगी की शिकायतें मिल रही थीं. इसके बाद डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था. जिसमें यह सफलता मिली है.

वर्क फ्रॉम होम और सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी

एसपी कार्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति बताया गया कि ये गिरोह पार्ट टाइम जॉब के साथ वर्क फ्रॉम होम और सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था. एक फर्जी वेबसाइट को तैयार किया गया था. घर से काम करने के लिए 18 से 46 हजार रुपये प्रति माह देने का प्रलोभन दिया जाता था. लैपटॉप का भी प्रलोभन दिया जाता था.

पकड़े गए जालसाज कैसे करते थे ठगी?

फर्जी वेबसाइट पर जैसे ही लोग ‘अप्लाई नाउ’ पर क्लिक करते थे तो पकड़े गए जालसाजों के वाट्सएप नंबर पर एक मैसेज चला जाता था- ‘हेलो आई एम इंटरेस्टेड इन योर जॉब’. इसके बाद ठग वर्क डिटेल नाम से पीडीएफ भेजते थे. इसके बाद अप्लाई करने वालों के कागजात, मोबाइल नंबर, फोटो आदि मांगे जाते थे. फिर रजिस्ट्रेशन, एनओसी, इंश्योरेंस, जीएसटी के नाम पर पैसों की ठगी की जाती थी.

महिला से ठगे 1 लाख 80 हजार

एसपी के मुताबिक रोहतास की एक महिला से दो नवंबर से अब तक एक लाख 80 हजार रुपये की ठगी की गई. उस महिला से पहली बार में सात हजार, दूसरी बार में 58 हजार और तीसरी बार में एक लाख 15 हजार रुपये की ठगी कर ली गई. इसके बाद भी डेढ़ लाख रुपये और मांगे जा रहे थे.

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