प्रमोद निर्मल, मानपुर (राजनांदगांव). जिले के मानपुर क्षेत्र में कोहका थानाक्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेलगांव में एक युवक की माओवादियों ने गोली मारकर हत्या कर फरार हो गए. मृतक का नाम नरेश सलामे है, जिसे माओवादियों ने पुलिस मुखबिरी की आशंका में मौत के घाट उतार दिया. इस घटना से जहां तीन बच्चों के सिर से उनके पिता का साया छिन गया है, वहीं बूढ़ी विधवा मां और पत्नी भविष्य को लेकर अब चिंता में हैं.
घटना 1 दिसंबर रात तकरीबन 8 बजे की बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक, 1 दिसंबर को ही दिन में क्षेत्र में पुलिस के जवान सर्चिंग पर पहुंचे हुए थे. शाम को जवानों के वापस थाना लौटते ने चंद घंटे बाद ही लाल सेना के कुछ कैडर ग्राम बेलगांव में आ धमके. सशस्त्र नक्सलियों ने 30 वर्षीय युवक नरेश सलामे के घर में घूसकर उसे गोली मार दी, जिससे नरेश की मौत हो गई. घटना को अंजाम देने के बाद माओवादी जंगल की तरफ फरार हो गए.
घर के बरामदे पर मिला खून से सराबोर शव
घटना की जानकारी पर सुबह पुलिस मौके पर पहुंचे तो नरेश की खून से सराबोर लाश उसके घर के बरामदे में पड़ा मिला, वहीं लाश के इर्द-गिर्द रायफल का एक जिंदा कारतूस समेत कुछ खाली खोखे भी पड़े थे. घटना के दौरान नरेश के साथ घर पर मौजूद पत्नी ने बताया कि वह अंदर सोई हुई थी और नरेश टीवी देखते जाग रहा था. इसी दौरान अचानक गोली की आवाज से वह जागी तो सामने गहरे धुएं का गुबार था. इससे पहले की वह धुंआ छंटते ही वह कुछ देख समझ पाती माओवादी वहां से भाग खड़े हुए. सुबह पुलिस को घटना की सूचना दी गई. इसके बाद पुलिस के रहने पर ग्रामीणों ने लाश व कारतस को उठाकर कोहका थाने पहुंचाया.
पुलिस की मुखबिरी पर हत्या का अंदेशा
सूत्रों की माने को नरेश का स्थानीय पुलिस के साथ मेलजोल था. इसी के चलते साल भर पहले माओवादियों ने गांव पहुंचकर मारपीट कर उसे चेतावनी भी दी थी. तब नरेश गांव से भागकर कुछ समय माओवादियों से छुपता रहा. कुछ समय बाहर रहने के बाद वह फिर गांव में ही लौटकर खेती-किसानी व अन्य व्यवसाय कर रहा था.