रायपुर. दंतेवाड़ा के अरनपुर थाना क्षेत्र स्थित नीलवाया के जंगल में 30 अक्टूबर को हुए नक्सली हमले ने  तीन परिवारों को उम्रभर का दर्द दे दिया है. हमले में मारे गए दूरदर्शन कैमरामैन अच्युतानंद साहू के परिवार से अपनी ओडिशा यात्रा के दौरान मुलाकात कर उनके मिले जख्म पर मरहम लगाने का काम किया था, लेकिन उसी घटना में शहीद हुए एसआई रूद्र प्रताप सिंह, सहायक आरक्षक मंगलूराम और राकेश कौशल के परिजनों के जख्म अब भी हरे हैं, उनका दुख-दर्द बांटने अब तक कोई नहीं पहुंचा.

जांजगीर-चांपा के सोनसरी गांव के रहने वाले रूद्र प्रताप सिंह अपनी जिंदादिली की वजह से हर पल घर में अपनी मौजूदगी का अहसास कराते थे, लेकिन उनके जाने के साथ ही घर से मानो रौनक ही चली गई है. माता गिरजा सिंह, पिता जवाहर सिंह, पत्नी प्रतिक्षा सिंह पर तो मानों दुख का पहाड़ ही टूट पड़ा है. वहीं अपने पिता की लाडली छह साल की मासूम अपराजिता को समझ नहीं आ रहा कि अब अपने मन की बात किसे बताए.

भाषणों के जरिए ही नेता बंधा रहे हैं ढाढस

रूद्र प्रताप सिंह को गए ढाई महीने हो गए हैं, लेकिन अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने उनके परिजनों का हाल-चाल जानने की सुध नहीं ली है. चर्चा में यह दर्द रूद्र प्रताप की पत्नी प्रतिक्षा सिंह का बरबस ही छलक आता है. वे कहती हैं कि प्रधानमंत्री को नक्सली हमले में शहीद हुए दूरदर्शन के कैमरामैन याद है, लेकिन हमारे यहां के जनप्रतिनिधियों को अपने पूरे शरीर में गोली झेलकर दूसरों की जान बचाने वाले की सुध नहीं रहती. केवल भाषणों में जिक्र कर लेते हैं, लेकिन परिजनों से मिलकर उनके दुख में दो मिनट के लिए ही भागीदार बनना तक गवारा नहीं.

स्मृति को शेष रखने पिता कर रहे संघर्ष

बेटे के शहीद होने के बाद पिता जवाहर सिंह उनकी स्मृति को शेष रखऩे के लिए संघर्ष कर रहे हैं. कहां तो होना चाहिए मंत्री, जनप्रतिनिधि, प्रशासन के आला अधिकारी परिजनों से बात कर उनकी भावनाओं को समझते, उलटे पिता को अधिकारियों के पास जाना पड़ रहा है. पिता की इच्छा है कि सोनसरी स्थित हायर सेकंडरी स्कूल और जांजगीर स्थित कृषि महाविद्यालय का नामकरण उनके बेटे के नाम करने के साथ तरौद में निर्माणाधीन हाईवे पर चौक में उनके बेटे की आदमकद प्रतिमा लगाई जाए. इसके लिए उन्होंने जांजगीर कलेक्टर को आवेदन भी दिया है. अब सरकार की सहमति का इंतजार है.

कीर्ति चक्र, राष्ट्रपति मैडल के लिए भेजा नाम

नक्सली हमले में शहीद हुए एसआई रूद्र प्रताप सिंह का नाम राज्य शासन की ओर से कीर्ति चक्र और राष्ट्रपति मैडल के लिए भेजे जाने की जानकारी है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद की जा रही है.