रांची। झारखंड के नक्सलियों ने देश की राजधानी दिल्ली सहित कई महानगरों में करोड़ों रुपये का निवेश कर रखा है। हाल में रांची की पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के लिए फंड मैनेज करनेवाले सबसे प्रमुख गैंग के सरगना निवेश कुमार सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस का कहना है कि इनसे हुई पूछताछ और इनके पास मिले साक्ष्य के आधार पर टेरर फंडिंग और अवैध उगाही की रकम के इन्वेस्टमेंट से जुड़े मामलों की जांच की जा रही है। इस बीच नेशनल इन्वेस्टिंग एजेंसी (एनआईए) भी इस मामले में अपने स्तर से जांच शुरू कर सकती है। पीएलएफआई नक्सलियों के फंड मैनेजर्स से पुलिस को एक अहम जानकारी यह मिली है कि संगठन के सुप्रीमो ने दिल्ली के महिपालपुर में एक थ्री स्टार होटल लीज पर ले रखा है। पुलिस की गिरफ्त में आये सरगना निवेश कुमार ने पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी दी है। लीज पर लिए गए थ्री स्टार होटल के मालिकाना हक के बारे में भी पुलिस जानकारी जुटा रही है। देश के कई अन्य महानगरों में भी उग्रवादियों द्वारा उगाही गयी राशि अलग-अलग तरीके के कारोबार में लगायी गयी है। रियल इस्टेट के धंधे में भी बड़े पैमाने पर रकम इन्वेस्ट किये जाने की जानकारी पुलिस को मिली है। दिल्ली में लीज पर लिये गये होटल के संचालन की जिम्मेदारी निवेश कुमार की गर्लफ्रेंड अंजलि उर्फ लिली संभालती थी। पुलिस ने अंजलि को भी हिरासत में लिया है। उसका असली कनीस फातिमा है और मूल रूप से बांग्लादेश के खुलना नामक जगह की रहनेवाली है।

पुलिस की पूछताछ में फातिमा ने यह बताया है कि बांग्लादेश से अवैध रूप से दिल्ली आने के बाद उसने अपना नाम अंजलि रख लिया था। उसके पास से पासपोर्ट बरामद नहीं किया गया है। उसने फर्जी आधार कार्ड बनवा रखा था। पुलिस को अंजलि से पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों उग्रवादियों के फंड मैनेजर्स की तलाश में दिल्ली गयी रांची पुलिस की टीम को कई अहम सूचनाएं मिली हैं। झारखंड पुलिस की एक टीम जल्द ही दुबारे दिल्ली भेजी जा सकती है।

नक्सलियों के फंड मैनेजर्स हथियारों की तस्करी के धंधे में भी गहरे तौर पर धंसे हुए हैं। पुलिस को इनके पास से कई विदेशी हथियारों का पूरा एलबम मिला है। खबर है कि इन्होंने उग्रवादियों तक चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश में बने हथियारों की बड़े पैमाने पर आपूर्ति की है। झारखंड पुलिस के एक आला अधिकारी का कहना है कि उग्रवादियों तक पहुंचाने जाने वाले हथियार पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवां और दर्रा आदमखेल से मंगाये जाते थे। पुलिस की जांच में यह बात पहले ही सामने आयी है कि पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप मेड इन चाइना का हथियार प्रयोग करता है।