रायपुर। बुधराम कोरसा, हरीश कोर्राम, सोमडू वेट्टी, सुदर्शन वेट्टी, डूम्मा मरकाम, पण्डरू राम पोयाय, बामन सोढ़ी ये वे जवान हैं, जिन्हें नक्सलियों ने सोमवार को बीजापुर जिले में कुटुरू में आईईडी ब्लास्ट के जरिए एक ही पल में शहीद बना दिया. डीआरजी के इन तमाम जवानों में एक चीज कॉमन थी कि ये आदिवासी थे. कुल मिलाकर आदिवासी हितों की रक्षा करने की बात करने वाले नक्सली अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए आदिवासियों को ही निशाना बना रहे हैं.
सोमवार को मारे गए डीआरजी के जवानों में से सभी 30-35 साल के बीच के थे. कोई दंतेवाड़ा जिले का तो कोई बीजापुर जिले का रहने वाला था. सभी का अपना भरा-पूरा परिवार था, किसी के छोटे-छोटे बच्चे हैं, तो किसी के बूढ़े मां-बाप. परिवार का सहारा बनने ध्येय से बल में शामिल हुए इन आदिवासी जवानों की शहादत के बाद पैदा हुई शून्यता से परिजन कैसे निपटेंगे, ये तो वही बता सकते हैं. कोई भी सरकारी आर्थिक मदद इन जवानों की याद को परिजनों के मनो-मस्तिष्क से हटा नहीं सकती है.
बीजापुर में शहीद जवानों का विवरण
1 – बुधराम कोरसा
- पदनाम: प्रधान आरक्षक गोपनीय सैनिक
- बैच नंबर: HC/957
- जन्म तिथि: 05-06-1990
- भर्ती दिनांक: 14-02-2017
- डीआरजी में आमद दिनांक: 20-11-2020
- वर्तमान पता: पुलिस लाइन कारली, क्वार्टर नंबर 03/06, पोस्ट: कारली, तहसील: गीदम, थाना: गीदम, जिला: दन्तेवाड़ा
- पिता: श्री पाण्डू कोरसा
- पत्नी: श्रीमती सुकमति कोरसा (मोबाइल: 9406467417)
- स्थाई पता: ग्राम बड़े तुंगाली पोस्ट/थाना: जांगला, जिला: बीजापुर
2 – डुम्मा मरकाम
- पदनाम: आरक्षक गोपनीय सैनिक 2019
- बैच नंबर: C/263
- जन्म तिथि: 01-01-1981
- भर्ती दिनांक: 01-08-2020
- डीआरजी में आमद दिनांक: 01-08-2020
- वर्तमान पता: पुलिस लाइन कारली, शांति कुंज, पोस्ट: कारली, थाना + तहसील: गीदम, जिला: दन्तेवाड़ा
- स्थाई पता: ग्राम पंचायत मड़कामीरास, पोस्ट: गुमियापाल, थाना: किरन्दुल, तहसील: बड़े बघेली, जिला: दन्तेवाड़ा
- पत्नी: श्रीमती लक्ष्मी मरकाम (मोबाइल: 7225933230)
- पिता: श्री आयतु मरकाम
- छोटे भाई: पोदिया मरकाम (मोबाइल: 7024670382)
- भांजी: पायके अतरा (मोबाइल: 6266614440)
- छोटे भाई: सोमड़ा कर्मा (मोबाइल: 8305527827)
3 – पण्डरू राम पोयाय
- पदनाम: आरक्षक गोपनीय सैनिक दिसम्बर 2020
- बैच नंबर: C/1098
- जन्म तिथि: 08-07-1991
- भर्ती दिनांक: 10-03-2022
- डीआरजी में आमद दिनांक: 10-03-2022
- वर्तमान पता: पुलिस लाइन कारली, बैरक, पोस्ट: कारली, थाना + तहसील: गीदम, जिला: दन्तेवाड़ा
- स्थाई पता: ग्राम कावडगाँव रीमापारा, पोस्ट: काबड़गाँव, थाना: कटेकल्याण, तहसील: दन्तेवाड़ा, जिला: दन्तेवाड़ा
- पिता: स्व. श्री जोगा पोयाम
- भाई: श्री महादेव पोयाम (मोबाइल: 9407623586)
- छोटे भाई: शंकर पोयाम (मोबाइल: 9399770282)
- बड़ा भाई: श्री लक्ष्मण पोयाम (मोबाइल: 9407737243)
- चाचा: सोनू पोयाम (मोबाइल: 9407617259)
4 – बामन सोढ़ी
- पदनाम: आरक्षक गोपनीय सैनिक अगस्त 2019 से
- बैच नंबर: C/1453
- जन्म तिथि: 01-01-1995
- भर्ती दिनांक: 08-10-2023
- डीआरजी में आमद दिनांक: 08-10-2023
- वर्तमान पता: पुलिस लाइन कारली, शांति कुंज, रूम नंबर 10, पोस्ट: कारली, तहसील: गीदम, जिला: दन्तेवाड़ा
- स्थाई पता: ग्राम करकावाडा, पोस्ट: नेलसनार, थाना: बांगापाल, तहसील: भैरमगढ़, जिला: बीजापुर
- पिता: स्व. श्री हडमा सोढ़ी
- पत्नी: श्रीमती रामवती सोढ़ी (मोबाइल: 9302208975)
- छोटे भाई: राजू सोढ़ी (मोबाइल: 8815888849)
- चाचा: श्री हिडमा सोढ़ी (मोबाइल: 9244051704)
- भाई: भीमा सोढ़ी (मोबाइल: 9691781632)
- चाचा: हूंगा सोढ़ी (मोबाइल: 6263606670)
- जीजा: श्री सुखराम पोयाम (मोबाइल: 6266093478)
- चाचा: श्री समरू कोरसा (मोबाइल: 7724093862)
- साला: शंकर कश्यप (मोबाइल: 6265905823)
- भाई: अजय कोरसा (मोबाइल: 7828378421)
5 – हरीश कोर्राम
- पदनाम: बस्तर फाइटर्स आरक्षक
- बैच नंबर: C/1229
- जन्म तिथि: 18-07-1993
- भर्ती दिनांक: 03-09-2022
- डीआरजी में आमद दिनांक: 26-06-2023
- वर्तमान पता: लाल बहादुर शास्त्री आवरामाटा, दंतेवाड़ा, पोस्ट: दंतेवाड़ा, थाना: दंतेवाड़ा, जिला: दंतेवाड़ा (मोबाइल: 6263484744)
- स्थाई पता: ग्राम गढ़मिरी, पोस्ट: नकुलनार, थाना: कुआकोण्डा, तहसील: कुआकोण्डा, जिला: दन्तेवाड़ा
- पिता: श्री गोन्डू
- भाई: श्री गंगो राम (मोबाइल: 9398547981)
- भाई: श्री हूंगा राम (मोबाइल: 7987064104)
6 – सोमडू वेट्टी
- पदनाम: बस्तर फाइटर्स आरक्षक
- बैच नंबर: C/1329
- जन्म तिथि: 01-01-2000
- भर्ती दिनांक: 03-09-2022
- डीआरजी में आमद दिनांक: 26-06-2023
- वर्तमान पता: पुलिस लाइन कारली, पोस्ट: कारली, तहसील: गीदम, जिला: दंतेवाड़ा
- स्थाई पता: ग्राम परचेली बंडीपारा, थाना: कटेकल्याण, तहसील: कटेकल्याण, जिला: दंतेवाड़ा
- पिता: श्री सन्नू वेट्टी
- पत्नी: जोगी वेट्टी (मोबाइल: 9329073958, 8319678311)
- भाई: बामन वेट्टी (मोबाइल: 6639014852)
- बहन: दुलगी वेट्टी (मोबाइल: 7587483867)
7 – सुदर्शन वेट्टी
- पदनाम: बस्तर फाइटर्स आरक्षक
- बैच नंबर: C/1332
- जन्म तिथि: 02-05-2001
- भर्ती दिनांक: 03-09-2022
- डीआरजी में आमद दिनांक: 26-06-2023
- वर्तमान पता: पुलिस लाइन कारली, पोस्ट: कारली, थाना: गीदम, तहसील: गीदम, जिला: दंतेवाड़ा (मोबाइल: 7879297488)
- स्थाई पता: ग्राम गुमलनार गिरसापारा, थाना: गीदम, तहसील: गीदम, जिला: दंतेवाड़ा
- पिता: श्री आषा राम
- भाई: सोनाररू राम बेट्टी (मोबाइल: 8817246439)
- भाई: चैतराम बेट्टी (मोबाइल: 9516346233)
8 – सुबरनाथ यादव
- पदनाम: बस्तर फाइटर्स आरक्षक
- बैच नंबर: C/1389
- जन्म तिथि: 03-01-2001
- भर्ती दिनांक: 03-09-2022
- डीआरजी में आमद दिनांक: 26-06-2023
- वर्तमान पता: गीदम बंगाली पारा, पोस्ट: गीदम, थाना: गीदम, तहसील: गीदम, जिला: दंतेवाड़ा (मोबाइल: 9399924072)
- स्थाई पता: ग्राम छोटे तुमनार, थाना: गीदम, तहसील: गीदम, जिला: दन्तेवाड़ा
- पिता: श्री श्रीधर यादव
- माता: श्रीमती सुदरी यादव (मोबाइल: 7587055881)
- बहन: संपत्ति यादव (मोबाइल: 7648034899)
ऐसा नहीं है कि नक्सलियों ने केवल सोमवार को किए आईईडी ब्लास्ट में आदिवासियों को अकाल मौत दी हो. अगर नक्सलियों का पूरा इतिहास खंगाले तो पाएंगे कि आदिवासी हितों की रक्षा करने के लिए आदिवासियों के जल-जंगल-जमीन को सुरक्षित रखने के नाम पर आदिवासियों को ही निशाना बनाया है. न केवल जवान आदिवासियों को समय से पहले काल-कलवित किया हो, या फिर जो सुविधाएं – सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल-कूद में अवसर जैसे दूसरे क्षेत्र के लोगों के लिए सामान्य है, उससे पूरे आदिवासी वर्ग को वंचित किया है.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यभार संभालने के बाद सबसे पहला काम नक्सलियों को वार्ता के लिए आमंत्रित करने का किया था, बिना शर्त. लेकिन नक्सली हमेशा की तरह मुंह छिपाते रहे. यही नहीं इस दौरान नक्सलियों ने ऐसा कोई काम किया, जिससे आभास हो कि नक्सलियों को वाकई में सुविधाओं से वंचित दूर-दराज के क्षेत्र में रह रहे आदिवासियों की हितों की रक्षा के लिए कोई काम किया हो. नक्सली न तो आदिवासियों को शिक्षा दे सकते हैं, न ही स्वास्थ्य. बिजली-पानी-सड़क जैसी सुविधा देने की बात तो बहुत दूर की है.
सवाल यह है कि नक्सली कब तक अपने काले कामों को अंजाम देने के लिए आदिवासियों के नाम का उपयोग करते रहेंगे. कब तक मानवाधिकार की दुहाई देने वाले आदिवासी क्षेत्रों में सक्रिय समाजसेवी, स्वयं सेवी संगठन अथवा आदिवासी संगठन सरकार पर निशाना साधने की बजाए मासूम आदिवासियों की नृशंस हत्या पर नक्सलियों के खिलाफ अपनी बात कहेंगे. जबाव है शायद कभी नहीं, क्योंकि यह केवल बस्तर, छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र की ही बात नहीं है. यह एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय षड़यंत्र है, भारत के खिलाफ, जिसमें बड़े-बड़े नक्सली नेता खुद प्यादा बने हुए हैं.
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