सुशील सलाम,कांकेर। छत्तीसगढ़ में माओवादी अपनी कायराना हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. आए दिन निर्दोष ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दे रहे हैं. ताजा मामला कांकेर के बांदे थाना के उलिया से सामने आया है. जहां नक्सलियों ने एक ग्रामीण को अगवाकर उसकी धारदार हथियार से हत्या कर दी है. वारदात के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है और मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

नक्सलियों ने ग्रामीण को पुलिस मित्र बताकर दर्दनाक मौत दी है. घटना के बाद इलाके के बीच सड़क में ग्रामीण की भीड़ इकठ्ठा हो गई है. साथी ग्रामीण की हत्या से गांव के लोग आक्रोशित है. मृतक ग्रामीण का नाम रंजीत तिम्मा (24 वर्ष) है.

मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात 6 वर्दीधारी हथियार बंद नक्सली रंजीत तिम्मा के घर आकर उसे उठा ले गए थे. उस पर पुलिस मित्र होने का आरोप लगाते हुए घर से कुछ ही दूरी पर गला रेतकर हत्या कर दी. सुबह जब गांव के लोग उठे तब घटना की जानकारी लगी.

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बने पुलिस मित्र, तो मिलेगी मौत

नक्सल भमरागड़ एरिया कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए पर्चा भी फेंका है. जिसमें ग्रामीण को पुलिस का मित्र बताया है और कहा है कि पुलिस के बहकावे में मत आए. वरना सभी को मौत की सजा मिलेगी. हालांकि नक्सल पर्चा कॉपी वाले पेपर पर लिखकर फेंका गया है, जिससे फर्जी नक्सल हत्या भी हो सकता है. लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है.

ग्रामीण का पुलिस से नहीं था लेना देना

पखांजूर एएसपी राजेन्द्र जायसवाल ने बताया कि उलिया गांव के रहने वाले रंजीत तिग्गा की नक्सलियों ने हत्या कर दी. घटना की जानकारी मिलने पर बांदे पुलिस की टीम उलिया गांव के लिए रवाना हो गई है. उन्होंने कहा कि घटना में शामिल लोगों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एएसपी का कहना है कि मृतक रंजीत तिग्गा का पुलिस से कोई लेना देना नहीं था, निर्दोष ग्रामीण की हत्या कर नक्सली उसे पुलिस का आदमी बता देते हैं.

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

इधर उलिया गांव में नक्सली वारदात से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. वहीं मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. शव के पास परिजन बिलख रहे हैं.