रायपुर। छत्तीसगढ़ की नई राजधानी नवा रायपुर अटल नगर आज देश के उन चुनिंदा शहरों में गिनी जाती है, जहां विकास और आधुनिकता की मिसाल देखने को मिलती है। यह शहर केवल प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र नहीं बल्कि आने वाले कल का आर्थिक, सांस्कृतिक और तकनीकी ध्रुव बनने की ओर बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नवा रायपुर के विकास को एक नई गति मिली है। उनकी दूरदर्शी नीतियां और स्पष्ट विज़न इस शहर को न सिर्फ भारत बल्कि विश्व के नक्शे पर एक नई पहचान दिलाने वाले हैं।

राज्य की 10 मेगा परियोजनाएं जो नवा रायपुर को नई पहचान देकर छत्तीसगढ़ की दिशा और दशा दोनों बदलने वाली है उन परियोजनाओं के विषय में आम छत्तीसगढ़िया को जानकरी होना बहुत आवश्यक है। उन परियोजनाओं में है।

1ली मेगा परियोजना – आईटी हब की स्थापना

डिजिटल युग में आईटी उद्योग सबसे तेजी से बढ़ने वाला सेक्टर है। नवा रायपुर को आईटी का हब बनाने का मुख्य उद्देश्य स्थानीय युवाओं को रोजगार, वैश्विक कंपनियों को निवेश और राज्य को तकनीकी पहचान दिलाना है। नया रायपुर में आईटी पार्क और टेक्नोलॉजी टॉवर स्थापित किए जा रहे हैं।नया रायपुर में स्टार्टअप इनक्यूबेशन सेंटर, रिसर्च लैब और को-वर्किंग स्पेस विकसित किए जाएंगे। ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCCs) के लिए विशेष पैकेज दिया गया है, जिससे विदेशी कंपनियां यहां निवेश कर सकें। आईटी हब से हजारों युवाओं को सीधी नौकरी मिल सकेगी।राज्य के छात्रों को इंटर्नशिप और स्किल डेवलपमेंट के मौके मिलेंगे। आईटी सेवाओं का निर्यात बढ़ेगा, जिससे छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आईटी हब को राज्य की प्राथमिकता बताया और निवेशकों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम 0.2 लागू किया, जिससे अनुमोदन प्रक्रिया आसान हो गई।

2री मेगा परियोजना – टेक्स्टाइल पार्क

छत्तीसगढ़ कपास उत्पादन के लिए जाना जाता है। यहां का पारंपरिक कोसा सिल्क और वस्त्र उद्योग दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री के निर्देश पर नया रायपुर में टेक्स्टाइल पार्क की स्थापना की जा रही है।इस पार्क में स्पिनिंग, वीविंग, डाईंग, गारमेंटिंग यूनिट्स होंगी। महिला स्व-सहायता समूहों और बुनकरों को सीधी भागीदारी मिलेगी और निर्यात प्रमोशन ज़ोन बनाया जाएगा, जिससे वस्त्रों को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिले।टेक्स्टाइल पार्क से लाखों ग्रामीण महिलाओं को रोजगार और आत्मनिर्भरता मिलेगी।छत्तीसगढ़ का कोसा सिल्क वैश्विक ब्रांड बनेगा और राज्य के कपड़ा उद्योग को सीधी वैश्विक प्रतिस्पर्धा का मौका मिलेगा। साय सरकार ने विशेष सब्सिडी और कर छूट देकर इस परियोजना को और भीआकर्षक बना दिया है।

3री मेगा परियोजना – इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (EMC)

भारत इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का सबसे बड़ा उपभोक्ता है, लेकिन आयात पर अत्यधिक निर्भर है। नया रायपुर का EMC इस कमी को दूर करेगा।EMC परियोजना में नवा रायपुर में मोबाइल फोन, लैपटॉप, टेलीविज़न, होम अप्लायंसेज का उत्पादन होगा। R&D (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) के लिए अलग केंद्र होगा और वेस्ट मैनेजमेंट और रीसाइक्लिंग यूनिट्स भी विकसित होंगी।इस परियोजना से छत्तीसगढ़ इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा।
आयात पर निर्भरता घटेगी और निर्यात के अवसर बढ़ेंगे और युवाओं के लिए टेक्निकल जॉब्स उपलब्ध होंगी।

4थी मेगा परियोजना – डिजिटल डेटा सेंटर

डिजिटल इंडिया के दौर में डेटा सबसे बड़ी पूंजी है। नया रायपुर में बनने वाला एशिया का आधुनिकतम डेटा सेंटर राज्य को तकनीकी मजबूती देगा।यह टियर-4 लेवल का डेटा सेंटर होगा।इसमें क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी की सुविधाएं होंगी और इसमें सरकारी और निजी दोनों तरह के डेटा का संरक्षण होगा। इस परियोजना से सरकारी सेवाएँ और अधिक पारदर्शी और डिजिटल होंगी। स्टार्टअप्स को क्लाउड सेवाएं सस्ती दरों पर मिलेंगी और छत्तीसगढ़ भारत का डिजिटल हब बनेगा।


5वीं मेगा परियोजना – नया रायपुर रेल कनेक्टिविटी परियोजना

रेल कनेक्टिविटी किसी भी शहर के विकास की रीढ़ होती है। इस परियोजना में रायपुर से नया रायपुर तक हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है।नया रायपुर को विजयवाड़ा, नागपुर और बिलासपुर से जोड़ा जाएगा। नया रायपुर में आधुनिक रेलवे स्टेशन बनेगा। इस नए मेगा परियोजना से निवेशकों, पर्यटकों और छात्रों की आवाजाही आसान होगी और नए शहर की आर्थिक गतिविधियां तेज़ होंगी।


6वीं मेगा परियोजना – सेमीकंडक्टर प्लांट

सेमीकंडक्टर आज हर तकनीक की नींव हैं। भारत में इनका उत्पादन बहुत कम है।लेकिन नया रायपुर में एक बड़ा सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाया जाएगा।इसमें अरबों का निवेश होगा और वैश्विक कंपनियां साझेदारी करेंगी। यहां बनने वाले चिप्स का उपयोग मोबाइल, कार, लैपटॉप, रक्षा और अंतरिक्ष तकनीक में किया जाएगा।इस परियोजना से भारत की आयात पर निर्भरता लगभग ख़त्म हो जाएगी।छत्तीसगढ़ हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग का हब बनेगा और लाखों उच्च शिक्षित युवाओं को रोजगार मिलेगा।


7वीं मेगा परियोजना – व्यापक वृक्षारोपण अभियान

व्यापक वृक्षारोपण अभियान के तहत ग्रीन नया रायपुर मिशन में माना जा रहा है कि विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण आवश्यक है। इसके लिए नवा रायपुर में 10 लाख पौधों का वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है।अर्बन फॉरेस्ट, ऑक्सीजन पार्क, बायोडायवर्सिटी कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं। जिसके फलस्वरूप नया रायपुर देश का सबसे हरा-भरा स्मार्ट सिटी बनेगा।प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना किया जा सकेगा और नागरिकों को शुद्ध वातावरण और बेहतर स्वास्थ्य मिलेगा।


8वीं मेगा परियोजना – आदिवासी संग्रहालय

छत्तीसगढ़ की असली पहचान उसकी आदिवासी संस्कृति और परंपरा है।
इसके लिए बनाए जा रहे आदिवासी संग्रहालयों में बस्तर, सरगुजा, जशपुर समेत सभी आदिवासी जनजातियों की कला और जीवन शैली प्रदर्शित होगी। जिसमें लाइव परफॉर्मेंस, हैंडीक्राफ्ट गैलरी, डिजिटल डिस्प्ले की सुविधा होगी। यहां पर्यटक छत्तीसगढ़ की आत्मा को महसूस कर सकेंगे।
इस परियोजना से आदिवासी कलाकारों को वैश्विक पहचान मिलेगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।


9वीं मेगा परियोजना – फिल्म सिटी योजना

इस परियोजना के तहत राजधानी के नया रायपुर में आधुनिक फिल्म सिटी बनाई जा रही है।इसमें स्टूडियो, एडिटिंग लैब, आउटडोर शूटिंग लोकेशन, साउंड सिस्टम होंगे।यह छत्तीसगढ़ फिल्म उद्योग के लिए नई क्रांति साबित होगी। इस परियोजना से बॉलीवुड और हॉलीवुड की फिल्में यहाँ शूट होंगी।हजारों कलाकारों और तकनीशियनों को रोजगार मिलेगा और छत्तीसगढ़ की संस्कृति को फिल्मों के माध्यम से पहचान मिलेगी।


10वीं मेगा परियोजना – स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और नागरिक सुविधाएं

इस मेगा परियोजना में स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम,ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म, सोलर पावर ग्रिड और रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, हेल्थ और एजुकेशन हब को शामिल किया गया है। जिसके पड़ने वाले भावी प्रभाव से राज्य के नागरिकों को आसान, सुरक्षित और आधुनिक जीवनशैली मिलेगी और नया रायपुर “सस्टेनेबल और स्मार्ट सिटी” का आदर्श बनेगा।

नवा रायपुर का यह विकास सिर्फ एक शहर का विकास नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में आईटी हब से लेकर फिल्म सिटी और सेमीकंडक्टर प्लांट से लेकर आदिवासी संग्रहालय तक—ये सभी परियोजनाएं नया रायपुर को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने वाली हैं। छत्तीसगढ़ का नवा रायपुर आने वाले समय में न सिर्फ राजधानी नहीं बल्कि भारत के भविष्य का चेहरा बनेगा।