नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई. पुलिस और अस्पताल ने यह जानकारी दी. दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल ने बताया कि रोहित को मृत दशा में उसके यहां लाया गया. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) विजय कुमार ने बताया कि रोहित को शाम करीब पांच बजे अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वह दक्षिण दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में रहते थे. उन्होंने बताया कि उनकी मां उज्ज्वला तिवारी भी इसी अस्पताल में भर्ती थीं. उन्हें उनके बेटे के अस्वस्थ होने और नाक से खून बहने की खबर घर से मिली थी.

अस्पताल ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘‘मैक्स अस्पताल को चार बजकर 41 मिनट पर रोहित शेखर तिवारी के घर से एक आपात कॉल आया. एक एंबुलेंस तिवारी को लेकर साकेत के मैक्स अस्पताल पहुंचा जहां उन्हें आपात विभाग में मृत घोषित कर दिया गया.’’ अस्पताल ने कहा , ‘‘स्थापित प्रक्रिया के अनुसार हमने प्रशासन को सूचित कर दिया.’’

नारायण दत्त तिवारी पिछले साल अपने जन्म दिन 18 अक्टूबर को 93 साल की उम्र में चल बसे थे. तब उनका भी साकेत के इसी अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों का इलाज चल रहा था. केंद्र में विभिन्न पदों पर रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता नारायण दत्त तिवारी उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे थे. रोहित 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गये थे और हाल ही में उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का संकेत दिया था.

रोहित तिवारी ने एनडी तिवारी से बेटे का हक पाने के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी थी. इस लड़ाई का नतीजा ये रहा कि आखिरकार एनडी तिवारी को उन्हें अपना बेटे मानना पड़ा था. पिछले साल मई में रोहित शेखर तिवारी की शादी हुई थी. रोहित के पिता नारायण दत्त तिवारी की पिछले साल अक्तूबर में 93 वर्ष की आयु में मृत्यु हुई थी.