कुंदन कुमार/पटना। राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने एनडीए गठबंधन पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा है कि बिहार की राजनीति में सत्ता परिवर्तन के बाद भी सत्तारूढ़ दलों के बीच तालमेल की कमी साफ दिखाई दे रही है। उनके अनुसार प्रचंड जीत के बावजूद एनडीए के घटक दल एक-दूसरे को कमजोर करने की कोशिश में लगे हुए हैं।

उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी को लेकर उठा विवाद

शक्ति सिंह यादव ने कहा कि पहले उपेंद्र कुशवाहा ने जीतन राम मांझी की पार्टी के कुछ नेताओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश की लेकिन इसके बाद कुशवाहा के ही तीन विधायक उनसे दूरी बनाकर अलग हो गए। उनका आरोप है कि अब भाजपा जीतन राम मांझी के सहारे कुशवाहा की पार्टी को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है।

भाजपा अब किसी के सहारे नहीं चलेगी

उन्होंने कहा कि भाजपा के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के बयान से भी यह संकेत मिलता है कि पार्टी अब किसी गठबंधन पर निर्भर नहीं रहना चाहती। भाजपा धीरे-धीरे सहयोगी दलों को किनारे कर अपने मुख्यमंत्री बनाने के मिशन पर आगे बढ़ रही है।

बिहार की सियासत में नए समीकरण की आहट

राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के नेता साफ तौर पर कह रहे हैं -अभी नहीं तो कभी नही। यादव ने दावा किया कि खरमास के बाद बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। उनके अनुसार आने वाले दिनों में भाजपा कई अहम राजनीतिक कदम उठा सकती है।