कुन्दन कुमार/पटना। बिहार में विधानसभा चुनावों की तैयारी के बीच एनडीए में सीटों के बंटवारे के बावजूद अंदरूनी खींचतान कम नहीं हो रही है। खासकर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बीच कई सीटों को लेकर विवाद खुलकर सामने आ गया है। इस बीच उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी गठबंधन के लिए नई परेशानी बनती दिख रही है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपनी पार्टी की ओर से चार सीटों पर प्रत्याशियों को सिंबल दे दिया है। इनमें गरखा से सीमांत मृणाल, ब्रह्मपुर से हुलास पांडेय, गोविंदगंज से राजू तिवारी और बखरी से संजय पासवान के नाम शामिल हैं। हालांकि अभी NDA के भीतर कई सीटों को लेकर औपचारिक सहमति नहीं बनी है, लेकिन चिराग की ओर से सिंबल दिए जाने के बाद यह साफ हो गया है कि LJP(R) अपने दावे को लेकर गंभीर है और जल्दबाज़ी में अपने पत्ते खोल रही है।

NDA में सबकुछ ठीक नहीं

इस पूरे घटनाक्रम के बीच आरएलडी सुप्रीमो और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा खुलकर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा इस समय एनडीए में ‘नथिंग इज वेल’ है। मैं दिल्ली जा रहा हूं और वहां अमित शाह से मुलाकात करूंगा। जो फैसले लिए जा रहे हैं उन पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। मुझे उम्मीद है कि सबकुछ ठीक हो जाएगा। कुशवाहा खास तौर पर महुआ सीट को लेकर नाराज बताए जा रहे हैं। पहले यह सीट उनके हिस्से में मानी जा रही थी, लेकिन अब इसे LJP(R) को देने की चर्चा है, जिस पर उन्होंने कड़ा ऐतराज जताया है।

कुशवाहा ने रोका उम्मीदवारों का नामांकन

सूत्रों की मानें तो कुशवाहा ने अपने सभी संभावित उम्मीदवारों से फिलहाल नामांकन प्रक्रिया को रोकने को कहा है। वह दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद ही आगे की रणनीति तय करेंगे। इस बात से यह भी संकेत मिलते हैं कि अगर बातचीत सफल नहीं हुई, तो कुशवाहा कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।

सोनबरसा और राजगीर पर भी NDA में विवाद

महुआ के अलावा सोनबरसा और राजगीर सीट को लेकर भी एनडीए के घटक दलों में विवाद गहराता जा रहा है। सोनबरसा सीट पर जदयू ने अपने वर्तमान विधायक और मंत्री रत्नेश सदा को फिर से टिकट दे दिया है, जबकि इस सीट पर LJP(R) भी दावा कर रही थी। इसी तरह राजगीर सीट पर भी चिराग पासवान की पार्टी की दावेदारी से नीतीश कुमार खफा बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक राजगीर सीट पर LJP(R) को टिकट दिए जाने से जदयू में नाराजगी है और यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंच चुकी है।

नीतीश ने रत्नेश सदा को दिया सिंबल

नीतीश कुमार ने स्वयं रत्नेश सदा को सिंबल देकर यह स्पष्ट कर दिया कि जदयू अपनी सीटों को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने बताया कि जदयू तय कर चुकी है कि जिन सीटों पर उसके मौजूदाविधायक मजबूत हैं, वहां से वही चुनाव लड़ेंगे।

राजग में बढ़ती दरार

सूत्रों के अनुसार बीजेपी हाईकमान पूरे मामले को सुलझाने के लिए सक्रिय हो गया है। अमित शाह ने उपेंद्र कुशवाहा और कुछ अन्य असंतुष्ट नेताओं को दिल्ली बुलाया है। यह मुलाकात चुनाव पूर्व सीट बंटवारे पर अंतिम सहमति बनाने के लिहाज से अहम मानी जा रही है।