कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश में मानसूनी सीजन में बाढ़ आपदा के भीषण हालात ग्वालियर चंपल अंचल सहित प्रदेश में कई जिले में देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार की मांग पर NDRF की टीम ने लोगों को आपदा और बाढ़ जैसे हालात में कैसे सर्वाइव और बचाव किया जा सकता है, इसके बेसिक फंडामेंटल प्रदेश में सिखा रही है। इसी बीच ग्वालियर में भी इसके बचाव के तरीके सिखाए गए।

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ग्वालियर में कलेक्ट्रेट स्थित जन-सुनवाई कक्ष में NDRF ने मॉक ड्रिल के जरिए बाढ़ आपदा से बचाव के तरीके सिखाए। वहीं राहत और बचाव कार्य की मॉकड्रिल ने लोगों को रोमांचित कर दिया। क्योंकि NDRF ने सरकारी कर्मचारी अधिकारियों को बहुत ही सरल तरीके से आपदा के समय कैसे विषम परिस्थितियों से निपटा जा सकता है, यह सिखाया। इसके साथ ही यह भी बताया कि, सामान्य तरीको और घर मे मौजूद बेकार के सामान से कैसे दूसरे को बचाने में मदद की जा सकती है।

इन सबका जीवंत प्रदर्शन कलेक्ट्रेट स्थित जन-सुनवाई कक्ष में एनडीआरएफ के वरिष्ठ प्रशिक्षक सब-इंस्पेक्टर रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में 32 सदस्यीय टीम ने किया। मॉक ड्रिल के दौरान अग्निशमन दल, बचाव दल, प्राथमिक चिकित्सा दल और सहायता दल के रूप में बटकर NDRF जवानों ने सफलतापूर्वक राहत और बचाव कार्य का प्रदर्शन किया।

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गौरतलब है कि, NDRF के इस मॉक ड्रिल प्रदर्शन में घर में रखी प्लास्टिक की कोल्डड्रिंक बोतल, पानी की बड़े बर्तन, पुरानी लकड़ी के टुकड़ों से बाढ़ आपदा में कैसे राहत ओर लाइफ जैकेट सहित अन्य काम किए जा सकते है यह भी अलग से सिखाया गया। NDRF की ट्रेनिगं के बाद कर्मचारी भी बोले की अब वह भी आपदा के हालात में आगे बढ़कर लोगो की मदद कर सकेंगे।

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