रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पहल पर राजस्थान के कोटा में लाॅकडाउन के दौरान फंसे छतीसगढ के छात्र-छात्राओं को वापसी का मार्ग प्रशस्त्र हो गया है। ये बच्चें कोटा से कल रात रवाना हो चुके हैं। ऐहतियात के तौर पर इन बच्चों को राज्य के दूसरे जिलों में 14 दिनों के क्वेरेंटाइन अवधि में रखा जायेगा। रायपुर में प्रदेश के विभिन्न जिलों के करीब एक हजार बच्चे रूकेगे। इन बच्चों के कल 28 अप्रैल के सुबह रायपुर पहुंचने की संभावना है।

कलेक्टर डाॅ एस भारती दासन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख ने आज इन बच्चों के ठहरने की दृष्टि से रायपुर में चिन्हित किये गए प्रयास आवासीय विद्यालय बालक छात्रावास सड्डू, प्रयास आवासीय विद्यालय बालिका छात्रावास गुढियारी , ज्ञान गंगा स्कूल छात्रावास और एक अन्य के स्कूल छात्रावास का अवलोकन किया। उन्होंने यहां बच्चों के लिए रूकने के लिए कमरों , रसोई , शौचालय तथा अन्य व्यवस्थाओं का मुआयना किया। इसके अलावा उन्होंने राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र का भी अवलोकन किया ।

कलेक्टर ने इन परिसरों को सेनिटाइज करने तथा यहां बच्चों के स्वास्थ्य जांच करने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। इन केन्द्रों में बच्चों के रहने के साथ भोजन आदि की भी व्यवस्था रहेगी और बच्चों से मिलने – जुलने की अनुमति नहीं रहेगी। इस अवसर पर नगर निगम के कमिश्नर सौरभ कुमार ,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ गौरव कुमार, एडीएम विनीत वंदनवार सहित जिला शिक्षा अधिकारी तथा इन क्वारेंटाइन सेटर के नोडल अधिकारी जी आर चंद्राकर भी उपस्थित थे।