स्पोर्ट्स डेस्क. विराट कोहली की यादगार पारी के दम पर भारत ने पाकिस्तान को हराकर टी20 विश्व कप में अपने अभियान को शानदार तरीके से शुरू किया लेकिन 1983 विश्व कप के भारतीय नायक मदन लाल ने कहा कि विश्व विजेता बनने के लिए टीम को एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए. कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) में अपने दम पर रविवार को टीम को जीत दिलाई. उनकी 53 गेंद में नाबाद 82 रन की पारी को इस प्रारूप की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक माना जा रहा है. भारत के पूर्व कोच मदन लाल का मानना है कि भारत के सलामी बल्लेबाजों को एक ठोस शुरुआत देने की जरूरत है. Read More – इन 56 भोगों से बनता है अन्नकूट, जानिए छप्पन भोग में कौन कौन से व्यंजन होते हैं शामिल …

विराट कोहली की पारी को बताया अद्भुत

मदन लाल ने कहा कि विराट कोहली की पारी अद्भुत थी. मैंने कभी ऐसी पारी नहीं देखी लेकिन वह आपको हर मैच नहीं जीतने वाले हैं. यह काफी बड़ा टूर्नामेंट है. इसे एक व्यक्ति द्वारा नहीं जीता जा सकता है. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई पिचें कोहली के खेल के अनुकूल हैं. वह बीच-बीच में गेंद को सीमा रेखा के पार भेजने के साथ बड़े मैदानों का शानदार तरीके से इस्तेमाल कर एक, दो और तीन रन दौड़कर चुराता है. मानसिक रूप से बहुत मजबूत है.

रोहित शर्मा और केएल राहुल को अपने खेल में सुधार करने की जरूरत

इस 71 वर्षीय पूर्व खिलाडी ने कहा कि रोहित शर्मा और केएल राहुल को अपने खेल के स्तर को ऊपर उठाना होगा. सभी को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि वे हर समय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और प्रयास कर रहे हैं. और हर मैच में अलग-अलग नायक होंगे. पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जो हासिल किया वह प्रशंसा का पात्र है लेकिन इतने बड़े टूर्नामेंट में ढिलाई बरतने की कोई गुंजाइश नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत का काम अभी पूरा नहीं हुआ है. यात्रा अभी शुरू हुई है. यहां तक कि नीदरलैंड जैसी टीमें भी कमजोर टीम नहीं हैं. टी20 में कोई भी टीम किसी भी टीम को मात दे सकती है. Read More – गोवर्धन पूजा पर भगवान कृष्ण की होती है पूजा, जानिए क्या है इसका महत्व और पूजा की विधि …

प्लेइंग इलेवन में परिस्थितियों के अनुसार हो खिलाड़ियों का चयन

मदन लाल ने कहा कि जब आप टूर्नामेंट जीतेंगे तब कह सकते है कि मिशन पूरा हो गया और आप ने एक भारतीय टीम के रूप में काम किया है. कई विशेषज्ञों की तरह मदन लाल ने भी इस बात की वकालत की कि प्लेइंग इलेवन को परिस्थितियों के मुताबिक तय करना है न कि खिलाड़ियों की प्रतिष्ठा को देखते हुए. उन्होंने कहा कि भारत को अपने विरोधियों के अनुसार अपनी एकादश का चयन करना चाहिए. उन्हें अपने तेज गेंदबाजों और स्पिनरों को उसी के अनुसार खेलना चाहिए. अंतिम एकादश का चयन एक मानदंड पर नहीं हो सकता है.

ऋषभ पंत को अंतिम-11 में शामिल करने की वकालत की

मदन लाल ने भारतीय एकादश में ऋषभ पंत को शामिल करने की वकालत की. पाकिस्तान के खिलाफ दिनेश कार्तिक प्लेइंग इलेवन में थे तो वही पंत बाहर बैठे थे. उन्होंने कहा कि पंत ऐसा खिलाड़ी है जिसे हर हाल में खिलाना चाहिए. अगर वह 5 मैचों में टीम का हिस्सा होगा तो आपको 2 मैच अपने दम पर जितवाएगा. यह काफी होता है. आपको उसे 5-6 मैचों के लिए मौका देने के बारे में सोचना चाहिए.