रवि गोयल, जांजगीर। छत्तीसगढ़ के दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले जरूरतमंद लोगों तक स्वास्थ सुविधा पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना शुरू की गई है, लेकिन अधिकारी योजना के क्रियान्वयन के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रहे हैं. जरूरतमंद लोगों तक सुविधा पहुंच रही है या नहीं इससे अधिकारियों को कोई सरोकार नहीं है.
दरअसल, जांजगीर जिले के 59 हाट बाजारों को इस योजना के तहत चयनित किया गया है, जिसमें महीने में दो बार चिकित्सकों की टीम क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएगी. लेकिन चयनित किए गए क्षेत्रों में अधिकतर क्षेत्र ऐसे हैं, जहां लोगों को इस सुविधा की जरूरत ही नहीं है. उस क्षेत्र में पहले से ही स्वास्थ्य केंद्र मौजूद हैं. यहां तक कि चयनित क्षेत्रों में ऐसे भी है जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के करीब हैं. अब सवाल यह उठता है कि क्षेत्र के लोगों का पास के ही स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज हो रहा है, तो हाट बाजार योजना के तहत लगाए जा रहे शिविर में आखिर क्यों जाएं.
नहीं मिल रहा है जरूरतमंदों को लाभ
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी खुद बोल रहे हैं कि इस योजना का लाभ जरूरतमंद लोगों को नहीं मिल पा रहा है, लेकिन वे मजबूर हैं क्योंकि स्थान का निर्धारण क्षेत्र के तहसीलदार के माध्यम से किया गया है. जो सूची उन्हें मिली है, ऐसे में सूची के हिसाब से शिविर लगाकर खानापूर्ति की जा रही है, वहीं दूसरी ओर इस योजना के संचालन में अस्पतालों के चिकित्सक को शिविर में भेजा जा रहा है, जिससे पहले से ही चिकित्सकों की कमी झेल रहे सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बुरा हाल हो गया है.
क्या है मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना
मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के तहत जिले के विभिन्न हाट बाजारों में स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही है. कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के तहत जिले के विभिन्न 59 हाट-बाजार में माह में दो बार द्वितीय व चतुर्थ सप्ताह के हाट बाजार में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है. स्वास्थ्य शिविर में बाजार से सामान खरीदने के साथ ग्रामीण स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर निःशुल्क दवाइयां भी प्राप्त कर सकते हैं.
सिकलसेल, मलेरिया, कुष्ठ की हो रही जांच
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाट-बाजार क्लीनिक में मलेरिया, एचआईव्ही, टीबी और रक्त अल्पता के लिए ब्लड की जांच की जाती है. इसके अलावा सिकलसेल, मलेरिया व कुष्ठ की जांच व उपचार किया जा रहा है. सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं व शिशुओं का टीकाकरण, ब्लड प्रेशर, मधुमेह की जांच की सुविधा एवं उपचार कर निःशुल्क दवाइयां दी जा रही है.