नई दिल्ली. संसद सुरक्षा चूक मामले में गिरफ्तार आरोपी नीलम आजाद ने बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. आजाद ने आरोप लगाया कि उसकी पुलिस रिमांड अवैध थी, क्योंकि उसे ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही के दौरान अपना बचाव करने के लिए अपनी पसंद के वकील से परामर्श करने की अनुमति नहीं दी गई.

बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर आजाद ने उसे हाईकोर्ट के समक्ष पेश करने और दिल्ली पुलिस की हिरासत से तत्काल रिहाई करने का निर्देश देने की मांग की. आजाद ने कहा कि उसे अपनी पसंद के वकील से परामर्श करने की अनुमति नहीं देना उसके मौलिक अधिकार का उल्लंघन है. याचिका में कहा गया है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके परिवार को भी सूचित नहीं किया गया. ट्रायल कोर्ट ने उसे 5 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेजा है. हाईकोर्ट की अवकाशकालीन पीठ के समक्ष गुरुवार को तत्काल सुनवाई के लिए मामले का उल्लेख किए जाने की संभावना है.