हेमंत शर्मा, रायपुर। राजधानी में संचालित सखी सेंटर की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। सखी सेंटर से एक युवती लापता हो गई है लेकिन यहां के संचालकों की उदासीनता और लापरवाही से 5 दिन बाद भी उसका पता नहीं चल पाया है और उसकी अस्मत से लेकर जान पर बन आई है।
दरअसल काम की तलाश में बेमेतरा जिले से भटकते हुए 18 वर्षीय एक युवती 16 जुलाई को राजधानी रायपुर पहुंची थी। इस दौरान वो काम मांगते-मांगते गोलबाजार स्थित एक कपड़े की दुकान में जा पहुंची। दुकान संचालक ने बिना जाने पहचाने उसे काम पर रखने से इंकार कर दिया और पुलिस वेरिफिकेशन कराने के लिए कहा। युवती पर संदेह की वजह से वह उसे सखी सेंटर में छोड़ दिया। अगले दिन 17 जुलाई को युवती सखी सेंटर से लापता हो गई।
माता-पिता भी नहीं है
इधर इस मामले में सखी सेंटर प्रभारी प्रीति पांडेय का कहना है कि युवती के सखी सेंटर से फरार होने की सूचना उनके द्वारा कोतवाली थाने में दी गयी है। युवती के सेंटर में दाखिल होने के बाद उसका काउंसलिंग कराया गया था। उसने बेमेतरा से काम ढूंढने के सिलसिले में रायपुर आने की बात कही थी। युवती ने यह भी बताया है कि उसके माता-पिता नहीं है, बेमेतरा में वह अपने बुआ के घर रहती है।
फोटो नहीं मिलने से तलाश करने में आ रही बाधा
इस पूरे मामले में सखी सेंटर की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं साथ ही यहां के प्रभारी की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि सखी सेंटर प्रभारी द्वारा युवती के लापता होने की सूचना पुलिस में तो दी गई लेकिन पुलिस द्वारा बार-बार युवती की फोटो मांगी गई लेकिन उनके द्वारा नहीं दी गई।
कोतवाली थाना प्रभारी प्रशांत खांडे के मुताबिक 17 तारीख को लगभग साढ़े पांच बजे सखी सेंटर से एक 18 वर्षीय युवती फरार हुई है। इसकी सूचना सखी सेंटर की ओर से थाने में दिया गया है। मामले में प्राथमिक तौर पर बयान दर्ज किया गया है। सखी सेंटर को युवती की फ़ोटो प्रोवाइड करने के लिए कहा गया है लेकिन अब तक उनकी ओर से फ़ोटो प्रोवाइड नहीं कराई गई है। अब सखी सेंटर को ये निर्देशित किया गया है कि अगली बार से अगर वो थाने में इस तरह की सूचना दे रहे हैं तो पूरी जानकारी के साथ दें।
ऐसे में युवती की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। युवती कहां होगी किन हालातों में होगी और अगर वह किसी घटना-दुर्घटना की शिकार हो गई तो उसका जवाबदार कौन होगा।