हेमंत शर्मा, रायपुर। कोरोना का गढ़ बनने के बाद भी शहरवासी संक्रमण को लेकर लापरवाह बरत रहे हैं. ऐसे ही एक मामले में मृतक के कोरोना संक्रमित होने की आशंका होने के बाद भी परिजनों ने जांच करने नहीं दी. यही नहीं मृतक के अंतिम संस्कार में 50-60 लोग भी शामिल हुए. इस लापरवाही पर निगम अधिकारी ने मृतक के परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की पुलिस से सिफारिश की है.

रायपुर के जोन क्रमांक 5 के इंसीडेंट कमांडर की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, तिरंगा चौक, कुशालपुर रहवासी मनोहर तारक पिता छगन लाल तारक की 3 सितंबर को मौत हो गई. आसपास के लोगों के साथ स्थानीय पार्षद ने मृतक के कोरोना पॉजिटिव होने की आशंका व्यक्त की गई. यही नहीं मृतक का भाई कमलेश तारक जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. ऐसे में मृतक के जांच के लिए दल पहुंचा, लेकिन परिजनों ने निगम अमले और पुलिस के समझाने के बाद भी परीक्षण नहीं करने दिया. यही नहीं परिवार ने लापरवाही बरतते हुए 50-60 लोग मृतक के अंतिम संस्कार में शामिल भी हुए. मामले में इंसीडेंट कमांडर ने दीनदयाल उपाध्याय नगर थाना प्रभारी को परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने मेमोरेंडम भेजा है.