केशव साहू,कसडोल। पूरा विश्व कोरोना महामारी से जंग लड़ रहा है और तमाम प्रकार के सुरक्षा की दृष्टि से ऐहतियात बरता जा रहा है, लेकिन बलौदाबाजार जिले के कसडोल में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. कोरोनो मरीज की इलाज या उसे छूने के लिए पीपीई कीट पहना जाता है, जिसे बिना डिस्पोज किए खुले आसमान में सड़क किनारे कचरे के ढेर में फेंक दिया गया. इसी सड़क से रोजाना हर वक्त लोगों का आना-जाना लगा रहता है.

जबकि रोज सुबह घर-घर से कचरा उठाने वाली 3 स्वच्छता दीदी की कोरोनो रिपोर्ट पॉजिटिव आई और उसके परिवार से 7 सदस्य भी पॉजिटिव है. इस तरह कुल 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. यदि इसी तरह पीपीई किट कचरे में पड़ा रहा, तो इस लापरवाही का खामियाजा आम जनता उठाना पड़ सकता है. जबकि नियमानुसार पीपीई किट को डिस्पोज करना चाहिए. सवाल उठता है कि कहीं पीपीई किट के संपर्क में आने से स्वच्छता दीदी और उसका परिवार कोरोना संक्रमित तो नहीं हुए हैं ?

इस संबंध में जब विकासखंड चिकित्सा अधिकारी सीएस पैकरा से जानकारी चाही, तो उन्होंने कहा कि पीपीई किट कसडोल में डिस्पोज नहीं किया जाता है. इसे ले जाने के लिए रायपुर से गाड़ी आती है. जिसमें उपयोग किए गए किट भेजा जाता है. जिसने भी किट को इधर से उधर किया होगा, इसकी जांच की जाएगी. दोषी पाए जाने पर कार्रवाई किया जाएगा. कचरे के ढेर में मिले पीपीई किट की भी जांच कराई जाएगी.