प्रदीप सिंह ठाकुर, देवास। मध्यप्रदेश के देवास दिले के नेमावर में बड़ा हत्याकांड सामने आया है. यहां पुलिस को एक खेत से पांच लोगों के कंकाल मिले. ये कंकाल एक ही आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों के हैं, जो करीब डेढ़ महीने पहले लापता हो गए थे. इस मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी लोग 13 मई से लापता थे. जिले के अंतिम छोर पर बसे नेमावर में यह जघन्य वारदात हुई. मंगलवार को हत्याकांड का खुलासा हुआ तो इलाके में सनसनी फैल गई.
13 मई से लापता था परिवार
बता दें कि नेमावर निवासी 20 वर्षीय एक युवती रूपाली, उसकी दो छोटी बहनें, मां और एक छोटा भाई मई माह के तीसरे सप्ताह से लापता थे. पुलिस तब से ही उन्हें खोजने का प्रयास कर रही थी. इसी बीच एक सूचना के आधार पर सुरेंद्र और उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और उन्होंने घटना का ब्यौरा पुलिस के सामने खोल दिया. बताया गया है कि रूपाली का कथित तौर पर सुरेंद्र से प्रेम प्रसंग था. सुरेंद्र का किसी अन्य स्थान पर विवाह होने की सूचना के बाद से दोनों में अनबन होने लगी थी. इसके बाद आरोपियों ने युवती को सुनसान इलाके में बुलाया था. जहां पर युवती और उसके चार अन्य परिजन भी पहुंचे. विवाद होने पर आरोपियों ने पांचों की हत्या कर उनके शव जमीन में दफन कर दिए थे.
गड्ढे में दफनाया शव
जानकारी के मुताबिक कथित प्रेम प्रसंग को लेकर हुए इस हत्याकांड के बाद आरोपियों ने सबूत नष्ट करने के उद्देश्य से पांचों के शव एक खेत में गहरे गड्ढे कर दफन कर दिए थे. पुलिस ने हिरासत में लिए आरोपियों से पूछताछ के बाद कल नेमावर के पास खेत से यह शव निकलवाए. पुलिस ने जेसीबी की मदद से करीब 10 फीट गहरी खुदाई कर यह शव बरामद किए हैं. जिसके लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी.
शवों को नष्ट करने के लिए डाला नमक
आरोपियों ने हत्याकांड की पूरी कहानी पहले ही गढ़ ली थी. जिसके बाद 13 मई की देर रात रूपाली सहित उनके परिवार के पांच लोगों को अगवा कर अपने खेत में हत्या कर दी थी. साथ ही जेसीबी से 10 फीट गहरा का गढ्ढा कर शवों को एक के ऊपर एक डाल दिया. शवों को जल्दी नष्ट करने के लिए उन पर यूरिया ओर नमक डाल दिया गया था.
युवती को अपने रास्ते से हटाना चाहता था आरोपी
घटना की जानकारी लगते ही उज्जैन रेंज आईजी/एडीजी योगेश देशमुख बीती रात नेमावर पहुंच गए थे. जहां आज उन्होंने देवास एसपी डॉक्टर शिव दयाल सिंह के साथ घटना स्थल का मुआयना किया. उन्होंने बताया कि यह जघन्य हत्याकांड सुरेन्द्र और रूपाली के प्रेम प्रसंग की वजह से हुआ है. सुरेन्द्र का मृत युवती रूपाली से प्रेम प्रसंग था लेकिन सुरेन्द्र की कहीं ओर शादी तय हो गई थी. रूपाली नहीं चाहती थी कि सुरेन्द्र की शादी कहीं और हो. उसने सुरेन्द्र की मंगेतर के फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर दिए थे. बस इसी वजह से सुरेन्द्र ने उसे रास्ते से हटाने के लिए अपने साथियों के साथ मिलकर इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया.
कांग्रेस ने लगाए बीजेपी नेताओं के शामिल होने के आऱोप
नेमावर हत्याकांड मामले को लेकर प्रदेश में सियासत भी शुरु हो गई है. कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये हत्या नहीं, बल्कि युवतियों को बंधक बनाकर उनके साथ कई बार दुष्कर्म किया गया. और फिर उन्हें मारकर जमीन में दफना दिया. कांग्रेस महासचिव ने कहा की इस पूरे मामले में जो सुरेंद्र को आरोपी बनाया गया है. वो मुख्य आरोपी नही हैं, जबकि मुख्य आरोपी विवेक ताम्रकर हैं, विधायक आशीष शर्मा के इशारों पर हत्या कांड की जांच को प्रभावित करने का आरोप लगाया हैं. साथ ही प्रदेश सचिव ने कहा की पूर्व में ताम्रकर ने थाने पर ज्ञापन भी दिया था. जिसमें बताया गया था कि हिंदू लोगों को बदनाम किया जा रहा हैं. इस मामले को अब बंद कर देना चाहिए, सवाल खड़े करते हुए यादव ने कहा कि जब हत्या हुई थी तो शरीर पर कपड़े क्यों नहीं थे. इस मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने सीएम शिवराज सिंह को पत्र लिखकर बीजेपी के खातेगांव विधायक आशीष शर्मा एवं आरएसएस के विकास ताम्रकार के इस हत्याकांड में शामिल होने का आरोप लगाया है.
हत्याकांड के विरोध में आदिवासी समाज इकट्ठा
मृतक आदिवासी समाज के थे इसलिए इस हत्याकांड के विरोध में पूरा आदिवासी समाज इकठ्ठा हो गया है. आदिवासी, जयस ओर गोंडवाना गणतन्त्र पार्टी के लोग भी उनके साथ शामिल हो गए. हत्याकांड में बरामद सभी शवों के पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने इंदौर इंदौर भेजा. जहां एमवाय अस्पताल में मृतकों के परिजन भी पहुंचे. इस दौरान देवास पुलिस सभी शवों के पोस्टमार्टम करवाने से पहले परिजनों के बयान दर्ज कर रही है.