भुवनेश्वर। ओडिशा पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अंतरराज्यीय साइबर ठगों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इन आरोपियों ने बीजू जनता दल (बीजद) के एक वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री को आईपीओ और ओटीसी ट्रेडिंग में अधिक रिटर्न का लालच देकर 1.4 करोड़ रुपये की ठगी की थी.

क्राइम ब्रांच की टीम ने 25 मार्च से 28 मार्च के बीच कर्नाटक और तमिलनाडु के अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर सात आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान कर्नाटक के ज्योति राजू (39), राजू सी (34), इस्माइल रहिद (27), वसीम (28) और तमिलनाडु के पटराजा एस (34), जेकतीश राधाकृष्णन (40), ई. शक्ति कुमारवेल (50) के रूप में हुई है.

साइबर ठगी का शिकार हुए बीजद विधायक ने 13 जनवरी 2025 को क्राइम ब्रांच के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. सूत्रों के अनुसार, विधायक कुछ महीने पहले सोशल मीडिया के माध्यम से ठगों के संपर्क में आए थे. क्राइम ब्रांच के अनुसार, आरोपी खुद को ट्रेड एनालिस्ट बताकर पीड़ित को आईपीओ, शेयर और ओटीसी ट्रेडिंग में अधिक मुनाफे का झांसा दे रहे थे.

ठगों के झूठे दावों से प्रभावित होकर पीड़ित ने ट्रेडिंग शुरू कर दी और 13 नवंबर 2024 से 1 जनवरी 2025 के बीच कुल 1.4 करोड़ रुपये निवेश किए. शुरू में हुए नुकसान के बावजूद, ठगों ने उन्हें और पैसे लगाने के लिए राजी कर लिया. लेकिन जब पीड़ित ने अपना पैसा वापस मांगने की कोशिश की, तो आरोपियों ने अतिरिक्त भुगतान की मांग की और राशि लौटाने से इनकार कर दिया.

जब विधायक को एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुके हैं, तो उन्होंने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के आधार पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 318(4), 319(2), 336(2), 336(3), 338, 340(2), 61(2) और 3(5) के साथ-साथ आईटी अधिनियम, 2000 की धारा 66-सी और 66-डी के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया. उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लाकर रविवार को ओडिशा की अदालत में पेश किया गया.

क्राइम ब्रांच के अनुसार, छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड, व्हाट्सएप चैट के स्क्रीनशॉट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, चेकबुक और डेबिट कार्ड जैसे कई अहम सबूत बरामद किए गए हैं. जांच अधिकारियों ने ठगों से जुड़े कई बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है. अब तक पुलिस ने इन खातों में से 15 लाख रुपये फ्रीज कर दिए हैं, जबकि 4 लाख रुपये की वसूली हो चुकी है. शेष राशि की रिकवरी के लिए जांच जारी है.