आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। बस्तर में जल्द ही आम लोगों को नये एयरपोर्ट की सौगात मिलने वाली है, और इसके लिए जिला प्रशासन ने जमीन भी तलाश ली है, इस नए एयरपोर्ट में सर्वसुविधा युक्त टर्मिनल भी बनाया जाएगा. इसके साथ ही बड़े विमानों के भी बस्तर में उतरने के लिए रनवे का निर्माण किया जाएगा. नए एयरपोर्ट के निर्माण के लिए जिला प्रशासन ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को प्रस्ताव भी भेज दिया है. मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के साथ ही टर्मिनल और रनवे का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.
जगदलपुर एयरपोर्ट से अभी 72 सीटर की एयर एलाइंस की विमान अपनी सेवा दे रही है, साथ ही वीआईपी मूवमेंट से लेकर बस्तर में नक्सल मोर्चे पर तैनात MI-17 हेलीकॉप्टर भी एयरपोर्ट पर रखी जाती है. बस्तर में उड़ान सेवा को आमजनों का मिल रहे रिस्पांस को देखते हुए जिला प्रशासन ने जगदलपुर शहर के आसपास नए एयरपोर्ट के निर्माण के लिए जमीन तलाशना शुरू किया, और शहर से 19 किमी दूर नगरनार के नजदीक उलनार में नए एयरपोर्ट के लिए जमीन भी तलाशी ली.
2 सी लाइसेंस से क्षेत्रीय उड़ान सेवा
बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि DGCA के नार्म्स को ध्यान में रखते हुए नए एयरपोर्ट का निर्माण कार्य किया जाएगा. फिलहाल, 2 सी लाइसेंस के साथ ही क्षेत्रीय उड़ान सेवा का संचालन किया जा रहा है, जबकि नए एयरपोर्ट के निर्माण के वक्त इस बात का पूरा ख्याल रखा जाएगा कि नार्म्स पूरे करते हुए आसानी से 3 सी लाइसेंस प्राप्त हो सके. इसके अलावा भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सारे निर्माण कार्य किये जाएंगे.
जगदलपुर से 19 किमी दूर जगह
कलेक्टर ने बताया कि जगदलपुर शहर से लगभग 19 किलोमीटर जुनावनी से उलनार के बीच जगह तलाशी गई है. इस भूखंड की लंबाई 3 किलोमीटर और चौड़ाई 600 – 900 मीटर के लगभग है. इस भूखंड की खासियत यह है कि पूरी जमीन सपाट है, और इस भूखंड के आसपास कुछ निजी जमीन भी है, जिसकी अदला-बदली कर प्रशासन को प्रक्रिया पूरी करने में आसानी होगी. कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन की टीम ने जमीन का सर्वे पूरा कर लिया है, और सर्वे के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय को भी नए एयरपोर्ट के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है.