New CEC Gyanesh Kumar: देश के अगले मुख्य चुनाव आयुक्त (chief election commissioner) ज्ञानेश कुमार होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली समिति ने सोमवार को हुई बैठक नये सीईसी ज्ञानेश कुमा के नाम पर मुहर लगाई। ज्ञानेश कुमार मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की जगह लेंगे। राजीव कुमार मंगलवार यानी 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं। इससे पहले सोमवार रात कानून मंत्रालय ने नोटिस जारी करते हुए नए चुनाव आयुक्त के नाम की घोषणा की। ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी, 2029 तक चलेगा।

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ज्ञानेश कुमार के पास भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव, संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव और सहकारिता मंत्रालय में सचिव के रूप में काम करने का अनुभव है।

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1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार अब तक चुनाव आयुक्त के तौर पर जिम्मेदारी देख रहे थे। वे पहले सहकारिता मंत्रालय के सचिव थे और 31 जनवरी 2024 को रिटायर हुए। कुमार अनुच्छेद 370 हटाने जैसे महत्वपूर्ण फैसलों में शामिल रहे हैं। उन्होंने गृह मंत्रालय और संसदीय कार्य मंत्रालय में भी काम किया है। कुल मिलाकर, कुमार का एक लंबा और प्रभावशाली प्रशासनिक करियर रहा है।

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राम मंदिर निर्माण कमेटी में रहे

ज्ञानेश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद निर्णयों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह अयोध्या राम मंदिर निर्माण कमेटी के सदस्य भी रहे, जिसके चेयरमैन पूर्व आईएएस नृपेंद्र मिश्रा हैं। उन्हें केंद्र सरकार ने श्रीराम मंदिर तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट में अपने प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया था. वह राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित भगवान श्रीराम की बाल स्वरूप वाली मूर्ति के चयन के निर्णायक मंडल में भी रहे।

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इनके नेतृत्व में पहला चुनाव बिहार विधानसभा का

ज्ञानेश कुमार भारत के 26वें सीईसी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव और 2026 में केरल और पुडुचेरी विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे। इसी तरह, वह तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे, जो 2026 में होने वाले हैं।

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पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कमिटी में फैसला

बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में तीन सदस्यीय चयन समिति की बैठक हुई। यह बैठक साउथ ब्लॉक स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में आयोजित की गई। चयन समिति की बैठक में पीएम मोदी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और प्रधानमंत्री द्वारा नामित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए।

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आगरा में हुआ था जन्म

नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार गुप्ता की जन्म स्थली आगरा है। उनके पिता डॉ. सुबोध कुमार गुप्ता और मां सत्यवती गुप्ता विजय नगर कॉलोनी में रहते हैं। पिता मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद से रिटायर हो चुके हैं। पिता के सरकारी नौकरी में होने की वजह से तबादला होते रहे और ज्ञानेश कुमार की शिक्षाहोने की वजह से शिक्षा गोरखपुर, लखनऊ और कानपुर से हुई। ज्ञानेश के परिवार में ज्यादातर चिकित्सक हैं पर उन्होंने अलग रास्ता चुना। ज्ञानेश कुमार का परिवार मूल रूप से मिढ़ाकुर का रहने वाला है लेकिन पिता वहां से आगरा आकर बस गए। पंजाब नेशनल बैंक के पास वाली गली में सबसे अंतिम मकान सुबोध कुमार गुप्ता का है। फिलहाल उनके माता-पिता दिल्ली में हैं।

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वाराणसी के क्वींस कॉलेज के टॉपर स्टूडेंट और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन

ज्ञानेश बचपन से ही प्रतिभाशाली थे। वाराणसी के क्वींस कॉलेज में वह टॉपर रहे। 12वीं उन्होंने लखनऊ के काल्विन तालुकेदार कॉलेज से की, यहां भी टॉप किया। इसके बाद आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। इसके बाद वे सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने दिल्ली चले गए। वहां एक साल उन्होंने हुडको में भी काम कया। 1988 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास की और केरल कैडर के आईएसएस अधिकारी बन गए। पहली नियुक्ति उन्हें तिरुवनंतपुरम में बतौर डीएम मिली। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया है।

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बड़ी बेटी जिलाधिकारी और छोटी बेटी आईआरएस अधिकारी

ज्ञानेश कुमार की बड़ी बेटी मेधा रूपम वर्तमान में कासगंज जिले की जिलाधिकारी हैं। उनके पति मनीष बंसल भी आईएएस हैं और दोनों 2014 बैच के आईएएस हैं। उनकी दूसरी बेटी अभिश्री आईआरएस अधिकारी हैं और उनके पति अक्षय लाबरू आईएएस हैं। उनके बेटे अरनव पढ़ाई कर रहे हैं। ज्ञानेश के भाई मनीष कुमार आईआरएस अधिकारी हैं और बहन रोली इंदौर में विद्यालय चलाती हैं, उनके पति उपेंद्र जैन आईपीएस हैं। ज्ञानेश पिछले साल जनवरी में सहकारिता मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्य करते हुए रिटायर हुए थे।

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