नई दिल्ली। दिल्ली में नगर निगम चुनाव पर राजधानी में सियासत पूरे जोर पर है. पंजाब विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद आम आदमी पार्टी का पूरा फोकस दिल्ली एमसीडी चुनाव पर है. दिल्ली की सड़कों पर आम आदमी पार्टी ने अपनी नीतियों को लेकर लोगों को जागरूक करने का जिम्मा उठाया है. सड़कें कई तरह के पोस्टरों से पटी पड़ी हैं, कोशिश यही कि इस बार एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी जनता का दिल जीत सके.

आप ने एमसीडी चुनाव टालने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में की अपील

हालांकि आप एक तरफ जीत की उम्मीद लगाए बैठी है, तो वहीं चुनाव की तारीखों को टाले जाने के बाद पार्टी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के छोटे कार्यकर्ता से लेकर बड़े नेता तक भाजपा को इसका जिम्मेदार मान रहे हैं. नगर निगम चुनाव की तारीखों को लेकर आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में अपील भी कर दी है. आप ने कोर्ट से कहा कि चुनाव को टाला न जाए. उन्होंने कहा कि तय समय पर ही चुनाव कराया जाए. आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि जिस तरह से चुनाव को होल्ड किया गया है, यह भी खबरें आ रही हैं कि चुनाव आयोग पर दबाव है और उसके कारण यह हो रहा है. इन सबके बीच सुप्रीम कोर्ट ही एक रास्ता था, जहां न्याय मिल सकता है. उन्होंने कहा कि चुनाव 10 दिन में हो जाएंगे और उसके बाद तीनों निगमों को भले ही एक कर लीजिए.

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निगमों को एक करने से चुनाव का कोई लेना-देना नहीं- AAP

आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि निगमों को एक करने से चुनाव का कोई लेना-देना नहीं है. इसका सिर्फ एक ही मतलब की इनके मन में चोर है. यह बस चुनाव को टालना चाहते हैं. बीते 15 सालों में इन्होंने निगम को जो हाल किया है, वह जनता जानती है. दरअसल बीते दिनों प्रदेश चुनाव आयोग ने नगर निगम चुनाव की तारीखों का ऐलान टाल दिया था, इसके पीछे की वजह बताई गई थी कि केंद्र सरकार ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं, जिनकी कानूनी रूप से जांच की जानी बाकी है.

नगर निगम चुनाव स्थगित करने के विरोध में सड़कों पर उतरे आप कार्यकर्ता

‘आप’ के मुताबिक, चुनाव आयोग को डरा-धमकाकर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव को टाला जा रहा है. पार्टी की मांग है कि एमसीडी चुनाव जल्द कराया जाए. दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी का कहना है कि जब 2013 में पहली बार आप सरकार बनी थी और 49 दिनों बाद गिर गई थी, उस समय भी एमसीडी पर काबिज भाजपा चुनाव नहीं करा रही थी, लेकिन आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़कों प्रदर्शन किया, पुलिस के डंडे खाए, दिल्ली वालों के घर-घर गए और पूरी दिल्ली को एकजुट किया, तब एमसीडी चुनाव कराया गया था. बता दें कि केंद्र सरकार ने दिल्ली नगर निगम के एकीकरण की बात कही है, जिसे लेकर राज्य चुनाव आयोग (SEC) को एक चिट्ठी भेजी थी. इधर AAP कार्यकर्ता निगम चुनाव स्थगित करने के विरोध में सड़क पर उतर आए हैं.

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आप ने जल्द से जल्द एमसीडी चुनाव कराए जाने की मांग की

आम आदमी पार्टी ने कहा है कि आप के कार्यकर्ता एक बड़ी लड़ाई की रूपरेखा तैयार करेंगे. पार्टी की एक ही मांग है कि भाजपा चुनाव कराए. इसका फैसला दिल्ली वालों पर छोड़ा जाए. दिल्ली के लोग ही फैसला करेंगे कि चुनाव होंगे या नहीं. AAP कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चुनाव टाल कर भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है. हम भाजपा को चुनाव से भागने नहीं देंगे.

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