एक अंतरराष्ट्रीय जर्नल में गंगा जल से कोरोना के इलाज की संभावना पर एक लेख लिखा गया है। इसमें पूरे क्लिनिकल डेटा के साथ तथ्य पेश किए गए हैं और बताया गया है कि कैसे गंगाजल कोरोना से निपटने में कारगर है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर विजय नाथ मिश्रा ने बताया कि इंटरनेशनल जर्नल ऑफ माइक्रोबायोलॉजी में पहली बार गंगा जल से किसी खास बीमारी के इलाज को लेकर रिसर्च प्रकाशित की गई है।
रिसर्च पेपर में बताया गय है कि कैसे गंगा जल से कोरोना वायरस का इलाज किया जा सकता है। दरअसल, रिसर्चरों ने वाराणसी में ऐसे 274 लोगों पर शोध किया जो हर रोज गंगा स्नान करते थे और गंगा जल पीते थे। इनमें से एक भी व्यक्ति में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं पाया गया। दूसरी तरफ गंगा स्नान नहीं करने वाले 220 लोगों में 20 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। इस अंतरराष्ट्रीय जर्नल मेंं प्रकाशित लेख में बताया गया है कि हिमालय से निकलने वाली गंगा के जल में बहुत अधिक मात्रा में बैक्टीरियो फॉज नामक वायरस पाया जाता है जो बैक्टीरिया के साथ ही खतरनाक वायरस को भी नष्ट कर सकता है।