सुशील सलाम, कांकेर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित उत्तर बस्तर कांकेर में युवाओं की नई उड़ान देखने को मिली है. प्रशासन द्वारा शुरू किए गए मावा मोदोल निःशुल्क कोचिंग से नगर सेना भर्ती परीक्षा में 34 बालिकाओं के चयन हुआ है. साथ ही नीति आयोग ने भी मावा मोदोल को देश के बेस्ट 17 प्रैक्टिस में शामिल किया है. जिससे अब युवाओं के सपनो को भी पंख लगते नजर आ रहे है.


दरअसल, कांकेर जिला प्रशासन ने युवाओं के सपनों को रंग भरने के लिए 6 माह पूर्व मावा मोदोल निःशुल्क कोचिंग की शुरुआत की. सर्व प्रथम नेशनल लाइब्रेरी की शुरू की. जिसके उपरांत भानुप्रतापपुर मावा मोदोल की शुरुआत की. इससे फायदा ये हुआ कि नक्सल प्रभावित इलाके के खाफी युवा इस निःशुल्क कोचिंग की सुविधा प्राप्त करने आने लगे. सीटों की संख्या के आधार पर उन्हें जगह देकर प्रशिक्षु शिक्षाको के माध्यम से भर्ती परीक्षाओं की शिक्षा देनी शुरू की. परिणाम नजर आने के बाद जिला मुख्यालय कांकेर, दुर्गुकोंदल, अंतागढ़, नरहरपुर जैसे नक्सल इलाको में भी इसे शुरू किया गया. जिसके अब बेहतर परिणाम भी सामने आने लगे है.
वर्तमान में 34 बालिकाओं को चयन नगर सेना में हुआ है. जो इस निःशुल्क कोचिंग की पहली सफलता है. उन्हें उम्मीद है कि जल्द आने वाली प्रतियों परीक्षाओं में बेहतर परिणाम नजर आएंगे. यही वजह है कि इस योजना का लाभ लेने के लिए काफी संख्या में युवा बाहर निकल कर आ रहे है. जिनकी पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ते जा रही है. एक समय था जब युवा आर्थिक तंगी, सही मार्गदर्शन और बेहतर शिक्षा नहीं मिलने के कारण पीछे रह जाते थे. लेकिन उन युवाओं को लगने लगा है कि उनके सपने भी अब सच हो सकते है.
प्रशासन के इस प्रयास को नीति आयोग ने भी सराहा. नीति आयोग ने अपने ब्लॉग में देश के बेस्ट 17 प्रैक्टिस में शामिल किया है. जो छत्तीसगढ़ राज्य सहित जिले के लिए उपलब्धि है.
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