कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज ग्वालियर से वर्चुअली गोरखपुर-वाराणसी के बीच नई फ्लाइट का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी वर्चुअली जुड़े। इस दौरान केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि आज का दिन पूरे देश के बहुत खास है। क्योंकि आज समर शेड्यूल की एक सैकड़ा से अधिक नई फ्लाइट की शुरुआत की गई है, जिनमें 135 डोमेस्टिक फ्लाइट के साथ 15 इंटरनेशनल फ्लाइट शामिल है. इस तरह आज देश को कुल 150 नई फ्लाइट प्रदान की गई.

वहीं केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने देशवासियों को आज से एक बार फिर शुरु की गई सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए शुभकामनाएं दी हैं. उनका कहना है कि कोविड के चलते अंतरराष्ट्रीय एयर कनेक्टिविटी को पूरी तरह से रोक दिया गया था, लेकिन आज सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाए प्रतिबंध को हटाते हुए उन्हें फिर शुरू कर दिया गया है. भारत का नागरिक अंतरराष्ट्रीय जगत में जाने के लिए उत्सुक है. वहीं अन्य देशों के नागरिक भी भारत में आने के लिए बेताब है. ऐसे में आज यह सुखद पल की शुरुआत देश को अंतरराष्ट्रीय संबंध बनाने में और अधिक मजबूती प्रदान करेगी।

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सिंधिया ने जलालपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया

वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने दो दिवसीय दौरे के आखिरी दिन जलालपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ पूर्व मंत्री माया सिंह भी मौजूद रहीं, जलालपुर में अमृत योजना के तहत बना 160 एमएलडी के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के बारे में सिंधिया ने तकनीकी अधिकारियों से चर्चा कर इसकी शुरुआत के बारे में जाना। इस दौरान सिंधिया ने कहा कि इसके जरिये ग्वालियर की पेयजल व्यवस्था के लक्ष्य को गति मिलेगी। दो माह के अंदर ग्वालियर के 60 वार्डों के सभी रहवासियों को इसके जरिये पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। अभी ग्वालियर में दो दिन में एक बार पीने का पानी मिलता था, अब इसके जरिए हर दिन तीन से चार घंटे पानी मिल सकेगा।

वहीं पेयजल व्यवस्था का एकमात्र स्त्रोत शिक्षा जलाशय के अलावा कोई भी वैकल्पिक स्त्रोत अभी तक नहीं बन पाने के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर में माधव महाराज द्वारा 1917 में पहला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तिघरा में बनाया गया था, ग्रेविटी के माध्यम से पानी को ग्वालियर शहर में सप्लाई की व्यवस्था की गई, ऐसे में उन्होंने ग्वालियर में विकास के नए आयामों को लेकर शुरुआत की थी हम भी उसी संकल्प पर काम कर रहे हैं, चम्बल से पानी लाने की योजना पर काम तेजी से किया जा रहा है. कोटवार डेम का पानी भी जल्द ग्वालियर लाया जाएगा। सिंधिया का कहना है कि उनका लक्ष्य है कि 2050 तक ग्वालियर के हर नागरिक के लिए पानी की आपूर्ति व्यवस्था हो सके।

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