नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को दिल्ली सेवा कानून को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, नए कानून का मकसद दिल्ली सरकार के काम रोकना है.
इससे पहले आप विधायक संजीव झा ने चर्चा शुरू की और कहा कि भाजपा शासित केंद्र सरकार को बर्दाश्त नहीं हुआ कि आंदोलन से निकली हुई पार्टी कैसे 70 में से 67 सीट जीत गई. वह कैसे मुफ्त बिजली, पानी जैसी सुविधाएं दे रही है. हमारे कामों को रोकने के लिए ही उन्होंने सर्विसेज हमसे लेकर काम रोकना शुरू कर दिया. उसके बाद भी काम नहीं रुका तो अब यह असंवैधानिक तरीके से संशोधन कानून लेकर आए हैं.
दिल्ली न हारेगी, ना मैं झुकूंगाः केजरीवाल
केजरीवाल ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि ये चाहे जो कर लें, दिल्ली के काम नहीं रुकेंगे. दिल्ली न हारेगी ना मैं झुकूंगा. हम डटकर मुकाबला करेंगे. काम की रफ्तार थोड़ी धीमी जरूर होगी. हम अधिकारों को लेकर लड़ेंगे जीतेंगे, फिर दोगुनी रफ्तार से काम करूंगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के लोग विदेशों में जाकर जनतंत्र की बात करेंगे. यहां आकर जनतंत्र को कुचलने लगेंगे. दिल्ली में एक कमेटी बनाई है, जिसमें मुख्यमंत्री के अलावा दो अधिकारी होंगे. यह लोकतंत्र का पता नहीं कौन सा मॉडल है. फिर भी दिल्ली के लोगों से एक ही बात कहना चाहता हूं कि आपने मुझे कुर्सी दी है, मैं आप लोगों की पगड़ी कभी उछलने नहीं दूंगा.