कुमार इंदर, जबलपुर। न्यू लाईफ मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल (New life multi specialty hospital) अग्निकांड मामले में जबलपुर से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। अग्निकांड के बाद फरार अस्पताल के सीनियर मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हादसे के बाद से ही मैनेजर विपिन पाण्डेय फरार था। पुलिस ने मैनेजर विपिन पाण्डेय पर 10 हज़ार रुपए का इनाम घोषित किया था। अस्पताल के तीन संचालक अभी भी फरार है। डॉ. निशिंत गुप्ता, डॉ. सुरेश पटैल और डॉ. संजय पटेल फरार है। सभी पर पुलिस ने 10-10 हज़ार का इनाम घोषित किया हुआ है।

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पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि विपिन पाण्डेय अपने त्रिमूर्तिनगर स्थित अपने घर आया हुआ है। सूचना पर तत्काल त्रिमूर्ति नगर में दबिश देते हुये विपिन पाण्डेय को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी विपिन पांडे को कल कोर्ट में पेश किया जायेगा।

बता दें कि 1अगस्त को अस्पताल में आग लगने से 8 लोगों की मौत हुई थी। पुलिस ने घटना के बाद गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था। मामले में न्यू लाईफ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के फरार डायरेक्टर डॉ. संतोष सोनी को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया। संतोष सोनी को उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह शहर से भागने की फिराक में था। वहीं अस्पताल का एक संचालक भी पहले गिरफ्तार हो हो चुका है।

तीन संचालक अभी भी फरार।
चार संचालक में से एक संचालक संतोष सोनी को उमरिया जिले से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि तीन संचालक डॉ. निशिंत गुप्ता , डॉ. सुरेश पटैल, डॉ. संजय पटेल अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। आपको बता दे कि, न्यु लाईफ मल्टी स्पेस्लिटी अस्पताल में हुये अग्नि हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई थी जबकि घटना में 5 लोग घायल हैं। घटना के बाद अस्पताल के डायरेक्टर/प्रोपाराईटर डॉ. निशिंत गुप्ता , डॉ. सुरेश पटैल, डॉ. संजय पटेल एवं डॉ. संतोष सोनी और सीनियर मैनेजर विपिन पाण्डेय एवं सहायक मैनेजर राम सोनी के खिलाफ़ थाना विजय नगर में धारा 304, 308, 34 के तहत मामला दर्ज़ किया गया है ।

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बता दें कि 1 अगस्त को अस्पताल में आग लगने के कारण कंचनपुर निवासी वीर सिंह, मानिकपुर निवासी अमर यादव, अनुसुइया यादव, आगासौद माढ़ोताल निवासी दुर्गेश सिंह, नरसिंहपुर निवासी महिमा जाटव, सतना निवासी स्वाती वर्मा उर्फ सुभाती, खटीक मोहल्ला निवासी तन्मय विश्वकर्मा और उदयपुर बीजादांडी निवासी संगीता मरावी की मौत हो गई थी। वहीं पांच मरीज घायल हो गए थे। अस्पताल के डायरेक्टर अधारताल महाराजपुर निवासी डॉ संतोष सोनी को गिरफ्तार किया था। पुलिस रिमांड खत्म होने पर सहायक मैनेजर राम सोनी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

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