शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज और 13 ऑटोनॉमस कॉलेज के प्राचार्य और प्रोफेसर के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने नया फरमान जारी किया है। कॉलेज में पढ़ाने के लिए विभाग ने प्रफेसरों का क्राइटेरिया तय कर दिया है। साथ ही प्राचार्य के लिए भी 10 साल अनुभव अनिवार्य कर दिया गया है। 

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विभाग के बजाय खुद प्रोफेसर और प्रचार्य को सेल्फ एसेसमेंट देना होगा। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही एमपी में 55 प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज की शुरुआत हुई थी। वहीं गलत जानकारी देने पर उच्च शिक्षा विभाग वेतन भी रोकेगा। विभाग को जानकारी नहीं देने पर पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में 3 महीने के लिए प्राचार्य बनाए जाने के बाद विभाग मानेगा कि संबंधित इच्छुक नहीं है। 

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केंद्रीय गृहमंत्री से 55 एक्सीलेंस कॉलेज का शुभारंभ करने से पहले टेंपरेरी कॉलेज में प्रभारी प्राचार्य की नियुक्ति और प्रोफेसर की तैनाती हुई थी।  प्रधानमंत्री काॅलेज ऑफ एक्सीलेंस में प्राध्यापकों के 1800 पद भरे जाने हैं। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के सभी जिलों में 55 प्रधानमंत्री कालेज आफ एक्सीलेंस इसी शैक्षणिक सत्र से शुरू हो चुके हैं। 14 जुलाई से इसका शुभारंभ भी कर दिया गया है।

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