प्रतीक चौहान. रायपुर. आरपीएफ के डीजी ने आरपीएफ अधिकारी-कर्मचारियों के लिए नई ट्रांसफर पॉलिसी लाई है. इस पॉलिसी से कुछ अधिकारियों के चेहरे खुशी से खिल गए है तो कुछ के चेहरे लटक गए है.

 नई ट्रांसफर पॉलिसी के मुताबिक पोस्ट में रहने वाले इंस्पेक्टर को सेंसेटिव पोस्ट के हिसाब से रिकार्ड में देखा जाएगा. यहां पहले जैसे ही 3 साल का टेंयूर होगा. लेकिन जो अधिकारी पोस्ट के अलावा इंस्पेक्टर है उनका टेंयूर अब 5 साल का कर दिया गया है. यही कारण है कि उन लोगों के चेहरे में खुशी है कि अब अगले 5 साल (टेंयूर के हिसाब से) उन्हें कोई नहीं हटाएगा.

वहीं कई इंस्पेक्टर इस 5 साल के टेंयूर की पॉलिसी के खिलाफ है और अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे है. उनका कहना है कि जो इंस्पेक्टर ऑफिस, सीआईबी, आईवीजी, समेत अन्य पोस्ट में है उन्हें 5 साल तक यही रहना पड़ेगा. इसका सबसे ज्यादा खामियाजा उन लोगों को भुगतना पड़ेगा जिन्हें ये उम्मीद थी कि अगले टेंयूर में उन्हें पोस्ट मिल सकता है.

यही कारण है कि कुछ इंस्पेक्टर ने अभी से अपने उच्च अधिकारियों की नजर में अच्छा बनने के लिए हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए थे. वहीं इस आदेश में ये स्पष्ट कर दिया गया है कि इंस्पेक्टरों को 2 टेंयूर यानी 10 साल के बाद डिवीजन चेंज करना अनिवार्य होगा. वहीं एएसआई और अन्य स्टॉफ के लिए भी ये नियम 10 साल का ही होगा.

ये है RPF की नई ट्रांसफर पॉलिसी

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