दिल्ली. सरकार ने अब फैसला किया है कि आईआईटी में एडमिशन के बाद जो छात्र शैक्षिक रूप से कमजोर हैं. उनका करिअर नहीं खराब होगा. छात्रों को सरकार नया विकल्प देगी.

मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में आयोजित आईआईटी काउंसिल की बैठक में ये फैसला लिया गया. अगले साल से देश के सभी आईआईटी में बीटेक की पढ़ाई कर रहे छात्रों को तीन साल बाद बीएससी की डिग्री लेकर पढ़ाई बीच में छोड़ने का विकल्प दिया जाएगा.

दरअसल सरकार ये नियम उन छात्रों के लिए बना रही है जो पढ़ाई में कमजोर पड़ रहे हैं या किन्ही अन्य वजहों से चार साल की पढ़ाई पूरी करने के इच्छुक नहीं हैं. बीटेक कर रहे जो छात्र तीन साल में पढ़ाई छोड़ने का विकल्प चुनेंगे उनके लिए बीएससी की नई डिग्री सृजित की जाएगी.