दिल्ली. नया सिम कार्ड लेने के लिए बिना आधार वाला डिजिटल केवाईसी सिस्टम तैयार कर लिया गया है। एक मई से इसे देश भर में लागू कर दिया जाएगा। इसके जरिये नए सिम कार्ड खरीदने वाले ग्राहक का वेरिफिकेशन कर नंबर एक से दो घंटे के भीतर ही चालू कर दिया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के बाद दूरसंचार कंपनियों ने यह नई प्रणाली तैयार की है। इसे दूरसंचार विभाग की गाइडलाइन के आधार पर तैयार किया गया है। फिलहाल इस प्रणाली का परीक्षण चल रहा है।
नए दिशा-निर्देश के मुताबिक, एप के जरिए नया सिम कार्ड देने से पहले ग्राहकों का डिजिटल वेरिफिकशन करना होगा। सभी कंपनियों को एप का लाइसेंस वाला वर्जन अपने स्टोर या पंजीकृत दुकानदारों को देना होगा। ये एप यूजर नेम और पासवर्ड के साथ चलेगा ताकि यह पता चलता रहे कि कब-कब एप से किसने वेरिफिकेशन कर नया नंबर बेचा और उसे एक्टिवेट किया है। .
मोबाइल उपभोक्ता को अपना असली पता और आईडी प्रूफ दस्तावेजों के साथ विक्रेता के पास जमा कराना होगा। विक्रेता मौके पर ही उपभोक्ता का फोटो खींचेगा और उसे एप में मौजूद डिजिटल कस्टमर फॉर्म में अपलोड कर देगा। उस फोटो के साथ जगह की लोकेशन, यूनिक आईडी नंबर, दिन, समय और तारीख जैसी जरूरी चीजें भी अपलोड करनी होंगी ताकि यह पता चल सके कि कब, किस जगह और किसने फोटो को अपलोड किया है। ग्राहक के दस्तावेजों की भी फोटो ली जाएगी और उसे भी एप पर अपलोड किया जाएगा।
विभाग ने कहा है कि एक दिन में एक आईडी पर केवल दो सिम कार्ड ही जारी किए जाएं। अभी एक आईडी से कुल 9 सिम जारी किए जा सकते हैं। नई व्यवस्था के तहत राज्य से बाहर रहने वाले और विदेशी ग्राहकों को भी फायदा होगा। राज्य के बाहर रहने वाले लोगों के लिए ओटीपी लोकल रिफरेंस नंबर पर भेजा जाएगा।