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भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने मंगलवार को हैदराबाद हाउस में दो महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जो दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए किए गए हैं. इस दौरान दोनों नेताओं ने कई द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की. कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जासिम अल सानी और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रणनीतिक साझेदारी के दस्तावेजों को हस्ताक्षर किए, विदेश मंत्रालय के अनुसार. इस समझौते से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे और परस्पर सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे.
दोनों देशों के बीच दूसरा समझौता दोहरे कराधान से बचने का है. इससे दोनों देशों में कारोबार में वृद्धि होने की संभावना है क्योंकि कंपनियों को दोनों देशों में चलने वाले कारोबार पर आय पर कर देना होता है. नए समझौते में राजकोषीय चोरी को रोकथाम करने के लिए कुछ संशोधन भी किए गए हैं. कतर के प्रधानमंत्री सानी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने समझौते के दस्तावेजों को सौंप दिया. विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमीर थानी ने द्विपक्षीय मुद्दों पर गहन चर्चा की, जिसमें लोगों के बीच संबंधों, व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा शामिल हैं.
10 अरब डॉलर का निवेश करेगा कतर
कतर के अमीर शेख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मंगलवार को हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि देश आगामी वर्षों में 10 अरब डॉलर का निवेश करेगा.
भारत ने कतर की घोषणाओं का स्वागत किया है, जिसमें वर्तमान में 1.5 अरब डॉलर का निवेश है, और 10 अरब डॉलर के अतिरिक्त निवेश की घोषणा की गई है. कतर ने यह भी घोषणा की है कि वह कतर निवेश बोर्ड (CAIA) का कार्यालय भारत में खोलेगा.
व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दोनों देशों ने डिजिटल सेवाओं के परस्पर संचालन पर भी सहमति व्यक्त की है. भारत का यूपीआई कतर में तथा कतर का बीएनक्यू भारत में एक-दूसरे के पीओएस पर काम करेंगे. दोनों देशों ने सीमापार आतंकवाद के सभी रूपों की भी निंदा की है.
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भारत की डिजिटल पेमेंट प्रणाली UPI अब कतर में भी होगा लागू
कतर में भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली UPI को लागू करने की घोषणा की गई है. भारतीय पर्यटकों और व्यवसायों को अब कतर नेशनल बैंक (QNB) के पॉइंट ऑफ सेल (POS) सिस्टम पर UPI से भुगतान करना आसान होगा. साथ ही, कतर नेशनल बैंक भारत में अपने विस्तार की योजना बना रहा है और गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT) में जल्द ही एक नया कार्यालय खोलेगा.
साथ ही, दोनों देशों ने ऊर्जा क्षेत्र में अधिक सहयोग करने पर भी समझौता किया है. भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती देने के लिए, कतर और भारत तेल और गैस व्यापार में और अधिक निवेश करेंगे. साथ ही, भारत ने कतर के नागरिकों को ई-वीजा (e-Visa) प्रदान करने का निर्णय लिया है, जो उन्हें भारत आने में आसान बना देगा.
भारत और कतर ने “संस्कृति, मित्रता और खेल वर्ष” मनाने का निर्णय लिया है, जिससे दोनों देशों में सांस्कृतिक विनिमय, खेल और युवा लोगों के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
साथ ही, दोनों देशों ने वित्तीय और कर मामलों में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए दोहरा कराधान रोकने और आर्थिक सहयोग पर एक नया समझौता किया है. इसके अलावा, कई अन्य समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं, जैसे कि वित्त मंत्रालयों के बीच आर्थिक सहयोग, खेल और युवा मामलों में सहयोग, इन्वेस्ट इंडिया और इन्वेस्ट कतर के बीच निवेश इसमें कतर बिजनेसमैन एसोसिएशन और भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के बीच व्यापार सहयोग, इन्वेस्ट इंडिया और इन्वेस्ट कतर के बीच निवेश सहयोग और राष्ट्रीय अभिलेखागार में ऐतिहासिक दस्तावेजों का संरक्षण शामिल हैं.
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