पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। शातिर ठगों ने अब ठगी का नया तरीका निकाल है. पंचायत में चल रहे किसी भी निर्माण कार्य के बहाने फर्जी ठेकेदार का कॉल कर पंचायत में कार्यरत मजदूरों को भुगतान के बहाने ठगी का शिकार बना रहे हैं. यह ममला गरियाबंद जिले से आया है. जहां शातिर ठग ने सरपंच को फ्रॉड कॉल पर कहा जलजीवन मिशन का काम करने मजदूर गए हैं, जिनके राशन के लिए पैसे डाल रहा हूं. फर्जी ट्रांजेक्शन मैसेज के जरिए ज्यादा रकम जाना बता कर वापस 1.98 लाख रुपये ले लिया. मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है.
जानकारी के अनुसार, बुधवार को एक ऑनलाइन ठगी का शिकार दहीगांव के सरपंच खगेश्वर नागेश हो गए हैं. उन्हें मोबाइल नंबर 9696896690 से कॉल आया, कॉल करने वाला अपने आप को जल जीवन मिशन का ठेकेदार बताया और कहा की उनके पंचायत के आश्रित ग्राम दबनई ने मिशन के तहत काम करने उनके मजदूर जा रहे हैं. उन्हीं के राशन खर्च के लिए 50 हजार पेमेंट डालना था. सरपंच ने पेमेंट रिसीव के लिए अपने बेटे का नंबर दिया. जिसमें ठग ने बैंक ट्रांजेक्शन के 3 फर्जी मेसेज डाला, दो मेसेज 49000 के थे, तीसरा 99000 के थे. मैसेज के आते ही ठग ने बेटे को नेटवर्क इशू के कारण ज्यादा पेमेंट डल जाने का हवाला देकर तीनो पेमेंट वापस मांगे. बेटे ने बगैर खाता पड़ताल के ठग के दिए गए ‘फोन पे’ नंबर 9628329182 पर 1.98 लाख रुपये डाल दिए. यह रकम कारोबार करने लोन पर लिया गया था.
इस मामले में थाना प्रभारी गौतम गावड़े ने बताया कि शिकायत के आधार पर धारा 420 व 66 घ आईटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दिया गया है.
डेटा लीक होने का अंदेशा
थाना प्रभारी गौतम गावड़े ने कहा की जल जीवन मिशन के तहत आबंटित कार्य का डाटा लीक हुआ होगा. जिनके पंचायत में काम शेष है इसकी भी जानकारी ठग को है. उसके पास सरपंच के नाम व नम्बर मौजूद है. ऐसा ही कॉल सुपेबेड़ा सरपंच सचिव के पास भी आया,पर वे अलर्ट हो गए. थाना प्रभारी ने इससे बचने के लिए अपील करते हुए कहा की किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ ऑनलाइन लेन देन न करें, ना ही उन्हें अपने बैंक डिटेल की कोई जानकारी दें.
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