अजय नीमा, उज्जैन। New Year 2025:  विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में पौष माह, शुक्ल पक्ष के द्वितीय तिथि, बुधवार सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। नए साल के पहले दिन सबसे पहले भगवान महाकाल का जल से अभिषेक किया गया। इसके बाद भस्म आरती के दौरान महाकाल का भांग, चन्दन, सिंदूर और आभूषणों से श्रृंगार किया गया। मस्तक पर चन्दन का तिलक और सिर पर शेषनाग का रजत मुकुट धारण कर रजत की मुंडमाला और रजत जड़ी रुद्राक्ष की माला के साथ साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की गयी। 

भगवान महाकालेश्वर के मस्तक पर चंदन का त्रिपुंड, चंद्र और पुष्प से अलौकिक श्रृंगार किया गया। महाकाल को भस्म चढ़ाई गई। भगवान महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल, रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की। फल और मिष्ठान का भोग लगाया।

नए साल के पहले दिन बाबा महाकाल की भस्म आरती मे हजारों की संख्या में श्रद्धालु ने बाबा महाकाल के दर्शन किये। नया साल खुशियों के साथ बीते यह कामना की गई। लोगों ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान श्रद्धालु बाबा महाकाल की जयकारे भी लगा रहे थे। पूरा मंदिर बाबा की जयकारे से गुंजायमान हो रहा था।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m