नीरज काकोटिया, बालाघाट। जिला अस्पताल में भर्ती एक नवजात की मौत से परिजन आक्रोशित हो गये और उन्होंने प्रदर्शन कर चिकित्सक व स्टॉप पर लापरवाही का आरोप लगाते हुये कार्रवाई की मांग की है।
परिजनों के मुताबिक विगत 7 जुलाई को बैजू मोहगांव की महिला अश्विनी नेवारे को प्रसूति के लिये जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। प्रसूति के पश्चात नवजात को आईसीयू में भेजा गया था। लेकिन वहां की नर्स ने आईसीयू में मशीन खाली नहीं होने की जानकारी देकर नवजात को वापस प्रसूति सेंटर में मां के पास यह कहकर भेज दिया कि वह नवजात को प्रायवेट में उपचार कराने लेकर चले जाये।
गरीब होने के कारण रुपये नहीं थे और उन्होंने बमुश्किल रुपये की व्यवस्था कर नवजात को शहर में प्रायवेट अस्पताल में लेकर गये। जहां पर 45 हजार रुपये खर्च होने व और रुपये की आवश्यकता बताने पर वे नवजात को लेकर फिर से 9 जुलाई को जिला अस्पताल में आ गये। जहां पर आईसीयू में भर्ती करने के लिये एक मैडम को 500 रुपये दिये गये। आज 10 जुलाई को नवजात की मौत हो गई।
परिजनों का आरोप हैं कि जिला अस्पताल में नवजात के उपचार करने के बजाय मशीन नहीं होना बताकर प्रायवेट अस्पताल में भेज दिया गया। रुपये लेकर भर्ती किया गया। नवजात के संदर्भ में बात करने पर परिजनों से अभद्रता की गई। जिसके चलते वे दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर प्रदर्शन करने के लिये बाध्य हुये हैं।
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