दिनेश कुमार द्विवेदी,मनेन्द्रगढ़– कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के दौरान शादी करना कितना कठिन हो सकता है, इसका उत्तर मनेन्द्रगढ़ निवासी सुशील गुप्ता से बेहतर कोई नहीं दे सकता. बहुत संघर्ष के बाद सुशील ने शादी करने में सफलता तो हासिल कर ली, लेकिन सात फेरे लेते समय उसे ये बिल्कुल अंदाज नहीं था कि उसके दाम्पत्य जीवन की शुरुआत प्रशासन द्वारा बनाये गये क्वारंटीन सेंटर से होगी.
पूरी कहानी इस प्रकार है. मनेन्द्रगढ़ निवासी सुशील गुप्ता की शादी कुछ महीने पहले तय हो चुकी थी और लॉकडाउन लागू होने के कुछ ही दिन पहले उसकी शादी का कार्ड छपकर बंटने के लिये तैयार हो गया था. दुल्हे के पिता अपने रिश्तेदारों को कार्ड बांटने उत्तर प्रदेश रवाना हुए और उनके यूपी पहुंचने के बाद ही लॉकडाउन की घोषणा हो गई. दुल्हे के पिता को उस समय यकीन था कि कुछ दिन बाद लॉकडाउन खुल जायेगा और वो अपने बेटे की घूमधाम से शादी कर पायेंगे.लेकिन उनका यह यकीन धरा का धरा रह गया और वे अब तक लॉकडाउन में यूपी में ही फंसे हुुए हैं. इस बीच पारिवारिक परामर्श के मुताबिक बिना पिताजी की उपस्थिति में किसी तरह शादी निपटाने की योजना बन गई.
लॉक डाउन में प्रशासन की अनुमति के बाद सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए शादी करने की अनुमति मिल गई. किसी तरह शादी भी हो गई, पर दुल्हन मायके से विदा होने के बाद ससुराल तक नही पहुच पाई और न दूल्हा अपने घर तक आ पाया. मध्यप्रदेश के नौरोजाबाद में हुई शादी के बाद जब विवाहित जोड़ा कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ पहुंचा,तो शहर की सीमा में तैनात टीम ने इन्हें घर जाने की अनुमति नही होने की बात बताते हुए प्रशासन द्वारा बनाये गए क्वारनटाइन सेंटर में चौदह दिन के लिए रहने की जानकारी दी. गुरुवार को शादी करके कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ पहुचे सुशील गुप्ता नामक दूल्हे और उसकी माँ लक्ष्मीना गुप्ता को क्या मालूम था कि वह शादी के बाद घर लौटकर बाकी बची रस्म नही कर पाएंगे.
मनेन्द्रगढ़ के बदन सिंह मोहल्ला में रहने वाले सुशील गुप्ता नामक लड़के की शादी सुमन नामक लड़की से नौरोजाबाद में संपन्न हुई जिसमें दोनो पक्ष को मिलाकर कुल नौ लोग शामिल हुए. सुशील एक गाड़ी में अपनी माँ और छोटे भाई के साथ बारात लेकर गया था. जब वह अगले दिन अपनी दुल्हन को लेकर वापस लौटा तो वह विवाह के बाकी बचे रीति रिवाज पूरे करने घर तक नही जा पाया.घर मे ताला लगा है और माँ बीपी शुगर की मरीज है. ऐसे में सरकारी भवन में चौदह दिन कोरेनटाइन करने से समस्या खड़ी हो गई है.
ऐसी स्थिति में दुल्हा सुशील और उसकी माँ ने प्रशासन से बार-बार गुजारिश की कि वे घर मे ही बाहर से ताला लगाकर कोरेनटाइन कर लेंगे और प्रशासन को पूरा सहयोग करेंगे.तब जाकर जिला प्रशासन ने दूल्हा और दुल्हन को होम कौरन्टीन करने की अनुमति दी.अब ये नए जोड़े 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन रहेंगे.