भाजपा को मिली प्रचंड बहुमत के साथ ही कैबिनेट गठन पर भी चर्चा शुरू हो गई है. विशेषज्ञों ने सबसे पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नाम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनको अभी किसी भी मंत्रालय का प्रभार नहीं सौंपा जाएगा.

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एक बार फिर से केंद्र में भाजपा की सरकार बनने वाली है. मोदी 30 मई को प्रधानमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण करेंगे. इसी के साथ अब कैबिनेट गठन पर भी चर्चा शुरू हो गई है. विशेषज्ञों ने सबसे पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नाम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनको अभी किसी भी मंत्रालय का प्रभार नहीं सौंपा जाएगा. क्योंकि जिस तरह से शाह की अगुवाई में भाजपा ने पश्चिम बंगाल में 2 सीटों से लेकर 18 सीटों का सफर तय किया है. उससे यह तय होता है कि विधानसभा चुनावों में वह एक अहम भूमिका निभा सकते हैं.

अमित शाह ने एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा था कि वरिष्ठजन उन्हें जो भी जिम्मेदारी देंगे वह उसे पूरा करेंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, जितेंद्र सिंह,

राजनाथ सिंह, सुरेश प्रभु, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, वीके सिंह, महेश शर्मा, सुषमा स्वराज, मुख्तार अब्बास नकवी, राकेश सिंह, नित्यानंद राय, मनोज तिवारी, महेंद्रनाथ पांडे, अनुप्रिया पटेल, हरसिमरत कौर, चिराग पासवान,

भूपेंद्र यादव, गिरिराज सिंह, अनुराग ठाकुर, अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, राधामोहन सिंह, नरेंद्र सिंह तोमर, सनी देओल, तेजस्वी सूर्या, संजीव बालयान, सत्यपाल सिंह, वरुण गांधी, किरेन रिजिजू, राव इंद्रजीत सिंह, कृष्ण पाल शामिल हो सकते हैं.