नई दिल्ली। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना और पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड मसूद अजहर के मारे जाने की खबर आ रही है. सोशल मीडिया में इसे लेकर मैसेज जमकर वायरल हो रहे हैं. ट्वीटर में सुबह से ही मसूद के मारे जाने की खबर ट्रेंड कर रही है. हालांकि अभी तक इसे लेकर कोई भी अधिकारिक पुष्टी नहीं हुई है.
जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद किडनी की बीमारी से ग्रस्त है और पाकिस्तान के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. आपको बता दें हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि मसूद अजहर बहुत बीमार है. उन्होंने कहा था कि वे पाकिस्तान में ही हैं, वे बीमार हैं, वे इतने बीमार हैं कि अपने घर से बाहर भी नहीं निकल सकते. वे बहुत बीमार हैं.
बता दें पाकिस्तान के रहने वाला मसूद अजहर पढ़ाई के बाद आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया. जब 1994 में वह कश्मीर आया तो उसे गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था. उसे छुड़ाने के लिए आतंकियों ने कश्मीर से कुछ विदेशी पर्यटकों का अपहरण कर लिया था. अपहरणकर्ता आतंकियों के चंगुल से एक पर्यटक फरार हो गया था. जिसके बाद आतंकियों ने सभी की हत्या कर दी.
मसूद उस वक्त और चर्चा में आया जब 1999 में वाजपेयी सरकार के शासन काल के दौरान काठमांडू एयरपोर्ट से दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट जाने वाले हवाई जहाज को आतंकियों ने हाइजेक कर विमान को अफगानिस्तान के कंधार ले गए. विमान में सवार सभी 178 यात्रियों के सकुशल रिहाई के लिए आतंकियों ने मसूद अजहर समेत जेल में बंद कई आतंकियों की रिहाई की मांग की. आतंकियों की मांग पर वाजपेयी सरकार ने सभी आतंकियों को रिहा करने का फैसला लिया और सभी आतंकियों को कंधार ले जाया गया. जिसके बाद सभी यात्रियों को आतंकियों ने रिहा कर दिया. साल 2000 में मसूद ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया और उसके बाद से वह लगातार कश्मीरी युवाओं को बरगलाता रहा है और आतंकी घटनाओं को अंजाम दिलवाता रहा है.