कमल वर्मा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के काफिले के दौरान सड़क पर मेजर आशीष चौहान और पुलिसकर्मियों के बीच हुआ विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। कल देर रात मेजर के परिवार और सेना के पूर्व अधिकारियों ने थाने का घेराव किया, वहीं आज सुबह ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के बंगले का घेराव कर दिया गया है।

इस विवाद को सुलझाने के लिए थाने पर सेना पुलिस और स्थानीय पुलिस के अधिकारी भी पहुंच गए थे। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। मेजर की पत्नी और बहन ने पुलिसकर्मियों और क्राइम ब्रांच के अधिकारियों पर मारपीट और धमकी देने का आरोप लगाया है, जबकि पुलिसकर्मियों ने भी मेजर पर मारपीट और वर्दी फाड़ने का आरोप लगाया है।

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विवाद का कारण


ग्वालियर के गोले का मंदिर थाना क्षेत्र के इंद्रमणि चौराहे पर, MITS कॉलेज के सामने मेजर आशीष चौहान की कार को एक इनोवा कार ने टक्कर मार दी थी। मेजर आशीष, जो वर्तमान में जोधपुर में पदस्थ हैं और इन दिनों छुट्टी पर अपने घर आए हुए हैं, अपने बेटे को डॉक्टर के पास दिखाकर घर लौट रहे थे। टक्कर के बाद मेजर ने इनोवा कार का पीछा करना शुरू किया। इसी दौरान मुख्यमंत्री का काफिला आ रहा था, जिसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने मेजर की कार को रोकने की कोशिश की। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद बढ़ गया और मामला मारपीट तक पहुंच गया।

घेराव और विरोध


विवाद बढ़ने पर मौके पर सिविल ड्रेस में तैनात क्राइम ब्रांच की टीम ने मेजर आशीष को पुलिस की कार से थाने ले गई, जिसे मेजर के परिजनों ने किडनैपिंग समझ लिया। इसके बाद मेजर के रिश्तेदारों, परिचितों और पूर्व सैनिकों ने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया। देर रात विवाद शांत हुआ, लेकिन आज सुबह फिर से मेजर और पूर्व सैनिकों के संगठन ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के बंगले का घेराव कर दिया। इस मामले में अब आईजी, एसपी और मंत्री सभी पक्षों के साथ बैठक कर रहे हैं ताकि विवाद को सुलझाया जा सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।