दरअसल, पिछले महीने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुए एक सामूहिक दुष्कर्म की घटना को सभी टीवी चैनलों ने जमकर दिखाया। जिससे देश में आंतरिक हालात काफी बिगड़ गए और लोगों में काफी गुस्सा फैल गया। अब रेप की घटनाओं को दिखाए जाने को लेकर यहां के सभी टीवी चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पुलिस के अनुरोध पर एक ट्रायल कोर्ट द्वारा यह आदेश पारित किया गया है।
पाकिस्तान की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी के अधिकारी मुहम्मद ताहिर ने बताया, सभी सैटेलाइट टीवी चैनल को यह निर्देश दिया जाता है कि वे सियालकोट मोटरवे की घटना के बारे में आतंकवाद-रोधी न्यायालय, लाहौर के आदेशों का पालन करें और आने वाले समय में तत्काल मामले के संबंध में किसी भी सामग्री को प्रसारित किए जाने से बचें। उधर कोर्ट के न्यायाधीश अरशद हुसैन भुट्टो ने कहा कि मीडिया कवरेज के चलते पीड़िता और उनके परिवार को अपमान का सामना करना पड़ सकता है इसलिए ऐसी खबरें नहीं दिखाई जाएं।