अगरतला। त्रिपुरा में बांग्ला अखबार के पत्रकार सुदीप दत्त की हत्या के विरोध में कई अखबारों ने अपना संपादकीय पेज पर खाली जगह छोड़ दी है. कुछ अखबारों ने संपादकीय कॉलम को काला कर दिया है तो किसी ने बगैर कुछ लिखे खाली जगह छोड़ दिया. आपको बता दें कि सुदीप दत्त को स्टेट राइफल्स के एक कांस्टेबल ने कहासुनी होने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी. सुदीप स्यांदन पत्रिका में कार्यरत थे.
पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल नंदू रयांग को गिरफ्तार कर लिया था. सुदीप आरके नगर टीएसआर कमांडेंट से अपॉइंटमेंट लेकर मिलने गए थे. लेकिन वहां पहुंचने के बाद उनकी PSO से किसी बात को लेकर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि PSO नंद रयांग ने गुस्से में सुदीप पर गोली चला दी.
अखबार के संपादक सुबल डे ने आरोप लगाया था कि भौमिक की टीएसआर की दूसरी बटालियन के कमांडेंट तपन देब्बारमा ने मरवाया क्योंकि उन्होंने अधिकारी की भ्रष्ट क्रियाकलापों के खिलाफ कई खबरें लिखी थीं.
भारतीय प्रेस परिषद ने त्रिपुरा स्टेट राइफल के एक कांस्टेबल द्वारा कथित रुप से 48 वर्षीय एक पत्रकार की हत्या के सिलसिले में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी.
आपको बता दें कि इससे पहले इसी साल 20 सितंबर को पश्चिमी त्रिपुरा जिले में इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के आंदोलन को कवर कर रहे एक टीवी पत्रकार की अपहरण कर हत्या कर दी गई थी.