नई दिल्ली। दिल्ली में इस बार दीपावली में पटाखा नहीं फूटेंगे। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने दिल्ली एनसीआर में 30 नवंबर तक सभी पटाखों की बिक्री और फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर केजरीवाल सरकार ने एनजीटी के इस फैसले से पहले ही पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर दिया था।

दिल्ली के साथ ही मुंबई में बीएमसी ने भी पटाखा फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि प्रायवेट सोसायटी में रहने वाले लोगों को बीएमसी ने फुलझड़ी और अनार जैसे छोटे पटाखों के जलाने की छूट दी है।

हरियाणा सरकार ने दीपावली, गुरुपर्व, क्रिसमस और नए साल पर पटाखा जलाने की गाइडलाइन जारी की है। यहां रात में 2 घंटे ही पटाखे जलाने की छूट दी गई है। यहां रात 8 बजे से 10 बजे तक ही पटाखा जला सकते हैं। वहीं क्रिसमस और नए साल के मौके पर रात 11ः55 से 12ः30 तक ही पटाखा फोड़ पाएंगे।

राजस्थान में कोरोना की वजह से अशोक गहलोत की सरकार ने पटाखे की बिक्री और फोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है।

सिक्किम सरकार ने भी कोरोना की वजह से राज्य में पटाखों की बिक्री के साथ ही फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था।

एनजीटी ने 18 राज्यों को भेजा था नोटिस

आपको बता दें ठंड में देश के भीतर प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। जिसे देखते हुए एनजीटी ने 18 राज्यों को नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा था। जिन राज्यों को नोटिस भेजी गई थी उनमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है। दिल्ली सहित कई राज्यों ने अपने यहां पटाखे जलाने पर फैसला ले लिया है। जिसमें प्रतिबंध से लेकर आंशिक छूट भी शामिल है।

छत्तीसगढ़ में आज होगा फैसला

हालांकि छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों ने अभी तक इसे लेकर कोई फैसला नहीं लिया है। छत्तीसगढ़ में आज इस पर कोई फैसला लिये जाने की संभावना है। माना जा रहा है कि सर्वाधिक प्रदूषण वाले जिले राजधानी रायपुर, दुर्ग, कोरबा, रायगढ़ के लिए गाइड लाइन तय की जा सकती है।

कोरोना संक्रमण से लंग्स पर असर

आपको बता दें कोरोना वायरस का असर लंग्स पर ज्यादा पड़ा है। कोरोना के ऐसे मरीज जो ठीक हो चुके हैं या फिर जो संक्रमित हैं उन्हें पटाखों के जहरीले धुओं से दिक्कत हो सकती है। जिसकी वजह से कई राज्यों ने इस पर सख्त फैसले लिया है।