रायपुर। एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल की कुशल कार्डियोलॉजी टीम ने 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला की टेवर (TEVAR ) की दुर्लभ और जोखिम भरी प्रक्रिया से सफलतापूर्वक इलाज करने में कामयाबी पाई है. 4 दिनों तक निगरानी में रखने के बाद महिला को छुट्टी दी गई है, और अब वह अपनी सामान्य दिनचर्या में वापस लौट चुकी हैं.

उच्च रक्तचाप से ग्रसित 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला को खांसी में खून आने की तकलीफ के साथ एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में लाया गया था. वरिष्ट सलाहकार- ह्रदयरोग डॉ. सुमन्त शेखर पाढ़ी ने उन्हें आगे की जांच करवाने की सलाह दी. जांच में पता चला उनकी वक्ष महाधमनी फ़ैल गई थी और फेफड़े में जाकर फट रही थी. अस्पताल की कार्डियोलॉजी टीम ने उनकी उम्र और उच्च रक्तचाप की तकलीफ को ध्यान में रखते हुए पहले उन्हें स्थिर करने के लिए रक्त – आधान किया.

मरीज के स्थिर होने के पश्चात डॉ. सुमंत शेखर पाढ़ी के द्वारा डॉ किंजल बक्शी, डॉ. नितिन कुमार राजपूत (ह्रदय शल्य चिकित्सक) और डॉ. अरुन अन्दपन (ह्रदय निश्चेतना विशेषज्ञ) के सहयोग से वक्ष महाधमनी और फिस्टुला (महाधमनी और बाएं फेफड़े के ब्रोंकस के बीच का असामान्य संबंध) को बंद करने की प्रक्रिया शुरू की. इस प्रक्रिया के बाद मरीज को दोबारा स्थिर किया गया. रक्तस्राव की समस्या ख़त्म होने के बाद 4 दिनों तक निगरानी में रखने के बाद महिला को छुट्टी दी गई है. अब वह अपनी सामान्य दिनचर्या में वापस लौट चुकी हैं.

मरीज ने डॉ. सुमन्त शेखर पाढ़ी और पूरी कार्डियोलॉजी टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उच्च रक्तचाप की तकलीफ और मेरी उम्र दोनों ही जोखिम को बढ़ा रहे थे. मेरा पूरा परिवार डरा हुआ था, और मुझे भी समझ नहीं आ रहा था कि आगे क्या होने वाला है. लेकिन डॉ. पाढ़ी और पूरी कार्डियोलॉजी टीम ने मेरी ज़िन्दगी को बेहतर बना दिया है. डॉ. पाढ़ी ने कहा मरीज की उम्र को देखते हुए यह प्रक्रिया में बहुत जोखिम था, लेकिन लेकिन हम अंततः सफल हुए.

एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल फैसिलिटी डायरेक्टर नवीन शर्मा ने भी कार्डियोलॉजी टीम को बधाई दी देते हुए कहा कि यह राज्य में इस तरह की प्रक्रिया से गुजरने वाली सबसे बुजुर्ग व्यक्ति थीं, यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि हम अपने उद्देश्य को इतनी अच्छी तरह से पूरा करने में सक्षम हैं. बड़े शहरों में होने वाली टेवर और टावी जैसी दुर्लभ और जोख़िम भरी प्रक्रिया अब सफलतापूर्वक एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में की जा रही है. इस कठिन मामले को सफल बनाने के लिए मैं पूरी कार्डियोलॉजी टीम और विशेष रूप से डॉ. सुमंत शेखर पाढ़ी को बधाई देता हूं.

एनएच एमएमआई नारायणा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल

नारायणा हेल्थ ने अगस्त2011में रायपुर और छत्तीसगढ़ के लोगों कोसस्ती, उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए एमएमआई अस्पताल के प्रबंधन को संभाला और अतिरिक्त देखभाल और सुविधाएं जोड़ी. एमएमआई नारायणा सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल, रायपुर तब अस्तित्व में आया, जब पुराने अस्पताल की सुविधाओं को अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटरों के साथ-साथ क्लिनिकल प्रतिभाओं को शामिल कर बदल दिया गया. रायपुर के सबसे शांत स्थानों में से एक के बीच यह अस्पताल मरीजों को अतिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए एक आदर्श स्थान है.