रायपुर. NHMMI में डॉक्टरों ने आपातकालीन जटिल हृदय शल्य चिकित्सा से एक मरीज की जान बचाई गई. एक 50 वर्षीय व्यक्ति गंभीर सीने और पीठ दर्द के साथ आपातकालीन विभाग में आया था. डॉ. स्नेहिल गोस्वामी, कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट द्वारा शीघ्र निदान और डॉ. अभिजीत तिवारी, कंसल्टेंट रेडियोलॉजिस्ट से प्राप्त जानकारी से पता चला कि रोगी को प्रमुख शाखाओं (आर्च वाहिकाओं) से संबंधित महाधमनी विच्छेदन और गंभीर एआर है. इसका अर्थ है कि हृदय से निकलने वाली प्रमुख धमनी (महाधमनी) में एक फटन है, जो शरीर के सभी भागों में रक्त की आपूर्ति करती है.
आपातकालीन सर्जरी के बिना धमनी फट सकती है और तत्काल मृत्यु का कारण बन सकती है और हर मिनट मृत्यु की संभावना बढ़ जाती है. रोगी को महाधमनी मूल को संरक्षित करने वाला आपातकालीन महाधमनी वाल्व और ग्राफ्ट के साथ कुल आर्च प्रतिस्थापन किया गया. यह सर्जरी एक अत्यधिक जटिल सर्जरी थी, जिसमें उच्च जोखिम शामिल थे.

इस सर्जरी में 12 घंटे लगे. सर्जरी क्लिनिकल लीड और वरिष्ठ कंसल्टेंट डॉ. पीके हरि कुमार और उनकी टीम ने की. रोगी को 10 दिनों के बाद छुट्टी दे दी गई है. अब वह ठीक है. डॉ. हरि कुमार ने बताया कि यह सर्जरी सभी महाधमनी सर्जरी में सबसे जटिल है और देश में केवल कुछ ही केंद्रों में की जाती है. सुविधा निदेशक अजीत कुमार बेलमकोंडा ने टीम की प्रशंसा की और कहा कि एनएचएमएमआई में कार्डियक विज्ञान विभाग दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों के बराबर है. टीम में डॉ. वसीम खान, सलाहकार कार्डियोथोरेसिक सर्जन और कार्डियक एनेस्थीसिया टीम में डॉ. राकेश चंद एचओडी कार्डियक एनेस्थीसिया, डॉ. अरुण अंडप्पन वरिष्ठ कार्डियक एनेस्थेटिस्ट, डॉ. धर्मेश और डॉ. अंशिका गियर शामिल थे.
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