NHRC Notice to Bihar Government: बिहार के मुजफ्फरपुर (MUZAFFARPUR) जिले के अहियापुर इलाके में नौकरी देने का लालच देकर 200 महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न (Sexual harassment of 200 women) के मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC-National Human Rights Commission India) ने स्वतः संज्ञान लिया है। एनएचआरसी ने नीतीश सरकार (Nitish government) और राज्य के पुलिस प्रमुख को उस खबर को लेकर नोटिस भेजा है, जिसमें कहा गया है कि मुजफ्फरपुर जिले में एक निजी नेटवर्क कंपनी में काम करने वाली कई महिलाओं को कंपनी के संचालक ने नशीली गोलियां दीं और शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। दरअसल कई लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर बंधक बनाया गया था। उनके साथ मारपीट की गई और फिर उनका यौन शोषण भी किया गया।
आयोग ने एक बयान में कहा कि पीड़ित लड़कियों की संख्या कथित तौर पर सौ से अधिक बताई गई है। मीडिया में आई एक खबर का स्वत: संज्ञान लिया गया है जिसमें कहा गया है कि, “बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक निजी नेटवर्क कंपनी में काम करने वाली कई महिलाओं को कंपनी के संचालक ने नशीली गोलियां दीं। पिटाई की और शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया।
“मुस्लिम समुदाय ने घर-शौचालय-पानी और नौकरी PM मोदी से ली और वोट कांग्रेस…”
बयान में यह भी कहा गया है कि, “कंपनी के खिलाफ बिहार के विभिन्न जिलों में कथित तौर पर बड़ी संख्या में आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि पुलिस ने इस मामले में कोई सख्त कार्रवाई नहीं की है। इसमें कहा गया है कि कंपनी की बिहार, उत्तर प्रदेश और नेपाल में कई जगहों पर शाखाएं हैं। आयोग ने कहा कि 18 जून को मीडिया में आई खबर के अनुसार, मुजफ्फरपुर, सुपौल, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सारण, सीवान, गोपालगंज समेत बिहार के 10 से अधिक जिलों में लड़कियों का शारीरिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है।
17 जून को सामने आया था मामला
मामला मुजफ्फरपुर के अहियापुर इलाके का है. जहां 180 लड़कियों को नौकरी देने का झांसा देकर बंधक बनाया गया। उनके साथ मारपीट की गई और साथ उनका यौन शोषण भी किया गया। पूरे प्रकरण को लेकर छपरा कि एक पीड़िता ने अहियापुर थाने में मामला दर्ज कराया है।
पीड़ित ने बताया है कि फेसबुक पर महिलाओं के लिए जॉब ऑफर के पोस्ट के माध्यम से वह डीवीआर संस्था से जुड़ी। जहां अप्लाई करने पर चयन होने के बाद प्रशिक्षण के नाम बीस हजार रुपये की मांग की गई। उसने बताया कि पैसा जमा करने के बाद बहुत सारी लड़कियों के साथ अहियापुर थाना क्षेत्र में ही बखरी के निकट रखा गया। लगभग 3 महीना तक गुजर जाने के बाद भी जब सैलरी नहीं मिली, तो उसने संस्था के सीएमडी तिलक सिंह के समक्ष अपनी बात रखी. तब उसे ये बताया गया कि 50 और लड़कियों को संस्था से जोड़ने पर उसकी सैलरी 50 हजार कर दी जाएगी।
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