लुधियाना। शिवसेना पंजाब के नेता संदीप थापर उर्फ ​​गोरा की सुरक्षा में कटौती के एक सप्ताह बाद शुक्रवार दोपहर लुधियाना की व्यस्त सड़क पर निहंगों ने तलवार से हमला कर दिया. पूरे घटनाक्रम के दौरान थापर का इकलौता सुरक्षाकर्मी बचाने की बजाए सड़क पर आने-जाने वाले लोगों की तरह मूक दर्शक बने रहा.

घटना के सामने आए सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि थापर के आरोपी थापर का पैदल पीछा कर रहे थे, जब वे अस्पताल से बाहर निकल रहे थे और उनके साथ उनका गनमैन भी था. वे उनसे भिड़ गए और थापर हाथ जोड़कर दया की भीख मांगते हुए देखे गए, इससे पहले कि हमलावरों में से एक ने तलवार से उनके सिर पर बार-बार वार करना शुरू कर दिया.

शिवसेना पंजाब के नेता ने अपना संतुलन खो दिया और स्कूटर समेत सड़क पर गिर गए, जब एक अन्य निहंग ने उन पर तलवार से हमला करना जारी रखा. यात्री सदमे में देखते रहे, जबकि पहला हमलावर स्कूटर उठाकर अपने साथी के साथ भाग गया. यहां तक थापर का अकेला गनमैन बस सड़क के किनारे चला गया और मूकदर्शक बनकर देखता रहा. उन्होंने थापर को बचाने के लिए लड़ने या हमलावरों का पीछा करने का प्रयास नहीं किया.

पुलिस ने बताया कि यह हमला तब हुआ जब थापर सिविल अस्पताल के पास स्थित एनजीओ संवेदना ट्रस्ट के कार्यालय से निकले थे, जहां वे ट्रस्ट के संस्थापक-अध्यक्ष रविंदर अरोड़ा की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल हुए थे.

प्रत्यक्षदर्शियों ने गंभीर रूप से घायल नेता को सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें स्थानीय दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रिफर कर दिया गया. पुलिस उपायुक्त जसकिरनजीत सिंह तेजा ने बताया कि अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया गया है और उनकी तलाश की जा रही है.

घटना के तुरंत बाद शिवसेना पंजाब के नेता सिविल अस्पताल के बाहर एकत्र हुए और पंजाब सरकार तथा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. शिवसेना पंजाब के युवा विंग के अध्यक्ष सुमित अरोड़ा ने कहा कि थापर को तीन बंदूकधारी मुहैया कराए गए थे, लेकिन पुलिस ने एक सप्ताह पहले उनकी सुरक्षा वापस ले ली. बाद में एक बंदूकधारी की सेवाएं बहाल कर दी गईं. अरोड़ा ने आरोप लगाया कि बंदूकधारी ने आरोपी को आसानी से भागने दिया.

शिवसेना पंजाब के अध्यक्ष राजीव टंडन ने कहा कि पुलिस और सरकार हिंदू संगठनों के नेताओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा, “उन्होंने हमारे नेताओं की सुरक्षा वापस लेकर यह साबित कर दिया है.”