नई दिल्ली. निर्भया रेप कांड के दोषी मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति ने खारिज कर दी है. गुरुवार को ही निर्भया गैंगरेप के एक दोषी मुकेश की दया याचिका गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति भवन भेज दी थी. राष्ट्रपति की तरफ से इस दया याचिका को खारिज कर दिया गया है.

 निर्भया के दोषियों को फांसी में होने वाली देरी से निर्भया की मां आशा देवी ने भी पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा है कि मैं मोदी जी से हाथ जोड़कर कहना चाहती हूं कि 2014 में आपने कहा था ‘बहुत हुआ नारी पर वार’ अबकी बार मोदी सरकार, प्रधानमंत्री जी एक बच्ची की मौत के साथ मजाक न होने दें. चारों दोषियों को 22 तारीख को फांसी पर लटकाएं और दिखाएं की हम नारी पर अत्याचार नहीं होने देंगे.

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बता दें कि फांसी से बचने की कोशिश में निर्भया के दोषी मुकेश ने दिल्ली सरकार के पास दया याचिका लगाई थी, लेकिन दिल्ली सरकार ने इसे खारिज करते हुए उप-राज्यपाल को भेज दिया था. जिसके बाद उपराज्यपाल कार्यालय से वह दया याचिका गृह मंत्रालय के पास भेज दी गई. गृह मंत्रालय ने इस याचिका को राष्ट्रपति भवन भेजा और राष्ट्रपति ने दया याचिका खारिज कर दी है.

सुप्रीम कोर्ट सभी दोषियों की रिव्यू पिटिशन खारिज कर चुका है, लेकिन इसके बाद भी दोषियों के पास दो ऑप्शन होता है- क्यूरेटिव पिटिशन और मर्सी पिटिशन (दया याचिका). विनय और मुकेश ने क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल की थी, जो खारिज हो चुकी हैं. इसके बाद मुकेश ने दया याचिका दाखिल की है, जो खारिज हो चुकी है.