संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरएसएस पर देश की सभी संस्थाओं पर कब्जा जमाने का आरोप लगाए और अन्य मुद्दों को भी उठाया। इसके बाद बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने राहुल पर पलटवार किया और बताया कि कैसे कांग्रेस की सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान विभागों को बांटा।
कांग्रेस ने संविधान को तार-तार किया: निशिकांत दुबे
डॉक्टर निशिकांत दुबे ने कहा, “शहीदों की चिताओं पर खड़ी कांग्रेस, जिसने भारत को विभाजित किया, आज राहुल गांधी के बयान से मुझे लड़खड़ाती हुई नजर आई। ये संविधान की बात करते हुए नजर आई, और मैं 1976 का ये पूरा डिबेट लेकर आया हूं। ये संविधान कैसे कांग्रेस ने तार-तार किया, इसका कोई जवाब नहीं है। ये संविधान राहुल गांधी और उनकी पार्टी के लिए महज एक कहावत की तरह है।”
राष्ट्रपति का इंस्टीट्यूशन खत्म हो गया: निशिकांत दुबे
डॉक्टर निशिकांत दुबे ने कहा, “1975 में स्वर्ण सिंह की कमेटी बनी, उन्होंने सारे इंस्टीट्यूशन को खत्म कर दिया। जिसके लिए आज ये फिर से लगे हुए हैं। इस संविधान में 121 बार राष्ट्रपति का जिक्र है। आपको आश्चर्य होगा कि एक संशोधन के माध्यम से राष्ट्रपति के सारे अधिकार को कांग्रेस ने खत्म कर दिया। राष्ट्रपति रबड़ स्टांप हो गया। कैबिनेट जो कहकर देगी, राष्ट्रपति का अंतिम लक्ष्य उस पर मुहर मारना हो गया। राष्ट्रपति का इंस्टीट्यूशन खत्म हो गया।”
डॉक्टर निशिकांत दुबे ने कहा, “इंदिरा गांधी ने वोट चोरी करके जब रायबरेली का चुनाव जीता और जब कोर्ट का फैसला हुआ, तो ऐसी स्थिति इस पार्टी (कांग्रेस) ने पैदा की कि तीन जज को बाईपास करके एक ऐसे चीफ जस्टिस को बना दिया, जो साढ़े 8 साल तक मुख्य न्यायाधीश रहा।” डॉक्टर निशिकांत दुबे ने कहा, “प्रेस की पूरी स्वतंत्रता खत्म हो गई। ये सब संविधान में संशोधन के जरिए हुआ।”
कांग्रेस का एक कार्यकर्ता UPSC का चेयरमैन रहा
डॉक्टर निशिकांत दुबे ने कहा, “UPSC जैसी संस्था, जो IAS, IPS और ऑल इंडिया सर्विसिज को पैदा करती है, कांग्रेस का एक कार्यकर्ता बटुक सिंह 10 साल तक उसका (UPSC) चेयरमैन रहा। ये इन्होंने (कांग्रेस) UPSC की हालत कर दी।” डॉक्टर निशिकांत दुबे ने कहा, “ये (कांग्रेस) चुनाव आयोग की बात करते हैं। इस देश का पहला चुनाव कमिश्नर सुकुमार सेन, जब वो रिटायर होते हैं तो ये उनको राज्यपाल बना देते हैं।” बीएस रामादेवी जब रिटायर होती हैं, तो उनको हिमाचल का गवर्नर बना देते हैं। टीएन शेषन जब रिटायर होते हैं, तो उनको अहमदाबाद में बीजेपी के खिलाफ कैंडिडेट बना देते हैं। एमएस गिल जब रिटायर होते हैं तो वो केंद्र में 10 साल मंत्री रहते हैं और इसी सदन में रहते हैं।” डॉक्टर निशिकांत दुबे ने कहा, “आप (कांग्रेस) किस चुनाव आयोग की बात करते हैं? किस ईमानदारी की बात करते हैं? किस पारदर्शिता की बात करते हैं? किस कांग्रेस की बात करते हैं?”
गांधी परिवार के सिक्योरिटी ऑफिसर को CBI का डायरेक्टर बनाया गया
डॉक्टर निशिकांत दुबे ने कहा, “आप (कांग्रेस) CBI की बात कर रहे थे। अश्विनी कुमार, जो सोनिया गांधी और राहुल गांधी का सिक्योरिटी ऑफिसर था, वो सीबीआई का डायरेक्टर बनाया जाता है। रंजीत सिन्हा, जो कांग्रेस के अहमद पटेल के यहां रोज बैठता था और जिसकी डायरी पकड़ाई, जिसमें ये था कि कांग्रेस के नेता कब, कहां गए, उसे सीबीआई का डायरेक्टर बना देते हो।”
हम RSS के हैं और मुझे गर्व है कि हम RSS के हैं
डॉक्टर निशिकांत दुबे ने कहा, “हां हम RSS के हैं और मुझे गर्व है कि हम RSS के हैं। RSS के इसलिए हैं क्योंकि ऋण है शहीदों का, मगर कैसे चुकाएंगे, लहु की जब तक बूंद है, तब तक तिरंगा लहराएंगे। यही RSS का मापदंड है।”
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